संदीप राजपूत, नरसिंहपुर
नशा की हालत में लापरवाही पूर्वक किया डॉक्टर ने इलाज, हुई युवक की मौत,परिजनों ने लगाया डॉक्टर पर आरोप, उचित जांच के लिए दिया आवेदन
नरसिंहपुर। नरसिंहपुर जिले में इस समय स्वास्थ्य विभाग की मेहरबानी के चलते झोला छाप डॉक्टरों का व्यवसाय खूब फल फूल रहा है। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में देखने को मिला जब परिजन एस पी कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय, सी एम एच ओ कार्यालय आवेदन लेकर पहुंचे। आवेदन के साथ परिजनों ने बताया कि ग्राम उमरिया चिनकी में मेरे पुत्र सुनील कुमार चौधरी की अचानक तबियत खराब हो गई थी, तबियत खराब होने की स्थिती में हम लोगो ने डा . रंजन विश्वास बंगाली डॉक्टर को दिखाया जिस पर डॉक्टर बोला कि इसको बुखार है में इंजेक्शन लगा देता हु और कुछ दवाइयां दे देता हू इससे ये जल्दी ठीक हो जायेगा। डॉक्टर द्वारा मेरे पुत्र को इंजेक्शन लगाया गया.. दवाई करवाने के बाद जब हम घर पहुंचे तो देखा कुछ समय बाद मेरे पुत्र सुनील के शरीर से अचानक पसीना निकलने लगा,मेरे पुत्र का शरीर ठंडा पड़ने लगा, मेरे पुत्र की ज्यादा तबियत खराब होने लगी जिस पर में अपने पुत्र को इलाज हेतु जिला चिकित्सालय लाया जहां पर सरकारी डॉक्टर ने मेरे पुत्र का हाथ चेक करते हुए उसे मृत घोषित बता दिया। एसपी को दिए आवेदन में मृतक के पिता ने बताया कि उक्त बंगाली डॉक्टर नशा करने का आदि है डॉक्टर गांजा एवम शराब का नशा करता है ओर उसी दौरान बीमार व्यक्तियों का इलाज करता है।। एस पी साहब को दिए गए आवेदन में मृतक के पिता ने न्याय की गुहार लगाई है,मेरे मृतक पुत्र को न्याय मिलना चाहिए, दोषी डॉक्टर को सजा मिलना चाहिए,, न्यायिक जांच हो।