उपकाशी हटा में हुई पावन वर्षायोग की कलश स्थापना
युग श्रेष्ठ संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य विद्या शिरोमणि आचार्य श्री समय सागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद से बुंदेलखंड की काशी हटा नगरी में परम पूज्य आर्यिकारत्न श्री मृदुमति माताजी एवं आर्यिकारत्न निर्णयमति माताजी संसघ की मंगल चातुर्मास कलश स्थापना श्री श्री 1008 पारसनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर आयोजित किया गया! आज सुबह की बेला में शांतिनाथ विधान हुआ परम पूज्य माता जी के आहार का सौभाग्य सेठ दीपक जैन के परिवार को प्राप्त हुआ के उपरांत दोपहर में कलश स्थापना में कार्यक्रम सर्वप्रथम चित्र अनावरण परम पूज्य श्री मृदुमती माताजी के गृहस्थ अवस्था के परिवारके द्वारा के उपरांत दीपप्रज्जलन ब्रह्मचारिणी दीदी जी ने किया एवं मंगलाचरण सामूहिक नृत्य प्रस्तुति दी गई के उपरांत मंगल कलश की बोलियां प्रारंभ हुई प्रथम मंगल कलश का सौभाग्य सेठ दीपक जैन ,सेठ विपिन, सेठ प्रदीप जैन के परिवार को प्राप्त होगा के उपरांत माताजी के प्रवचन हुए कलश स्थापना चातुर्मास के विषय में माताजी द्वारा धर्म देशना दी गई ।
कार्यक्रम का आभार संस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी पंडित प्रवीण जैन (सोनू) व्यक्त किया इस अवसर की जानकारी मीडिया प्रभारी संदीप जैन द्वारा बताया गया जैन श्रमण परम्परा में चातुर्मास का अत्यन्त महत्व है। यह आध्यात्मिक जागृति का महापर्व है, जिसमें स्व परहित साधन का अच्छा अवसर प्राप्त होता है। यही कारण है कि वर्षवास को मुनिचर्या का अनिवार्य अंग और महत्वपूर्ण योग माना गया है। इसलिये इसे वर्षायोग अथवा चातुर्मास भी कहा जाता है।