कम्प्यूटर सेंटरों की बाढ़ मे फस रहे बेरोजगार
शासन प्रशासन के तमाम आदेशों को धता बताते जिले भर में इन कम्प्यूटर सेंटरों की बाढ़ सी देखी जा रही हैं जिसमें तमाम युवा बेरोज़गारों को ये कम्प्यूटर सेंटरों के संचालक आपनी ओर आकर्षित कर उनसे मोटी रकम वसूल रहे हैं यहा तक कि कई सेंटरों द्वारा फ़र्जी तरीके से ख्याति प्राप्त कालेजों का मोनो वा नाम का भी सहारा लिया जाता है जिले भर मे जगह जगह इन दिनों कम्प्यूटर सेंटरों का आतंक इस कदर हावी है जिसके मकड़जाल मे युवा बेरोजगार फंसने से पीछे नहीं है इन युवाओं को कम्प्यूटर सेंटरों के संचालक वा इनके कर्ता धर्ता अपनी ओर आकर्षित कर इनसे एक मोटी रकम वसूल करते हैं तथा पढ़ाई वा अन्य मामलों मे गुणवत्ता विहीन रहते हैं बताया जाता है कि जिले भर में संचालित कई कम्प्यूटर सेंटर व अंग्रेजी सिखाने बाली संस्था फ़र्जी तरीके से ख्याति प्राप्त कालेजों के नाम की बदनाम कर उससे अपने आप को संबंध बताती फिरती है एक ही कमरे में कम्प्यूटर सेंटर खोल कर अच्छी खासी कमाई मे लिप्त ये कम्प्यूटर सेंटर के संचालक युवाओं के रास्ते को भटकते फिर रहे हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले भर में कुकुरमुत्ता की तरह फैले ये कम्प्यूटर सेंटर के लोग कालेजों में पहुच कर वहा के छात्रः छात्रों को अपनी-अपनी संस्था से जुड़ ने के गुण सिखाते हैं जिले भर में इन कम्प्यूटर सेंटरों पर जिला प्रमुखों की नजर कियो नहीं जाती यह महत्वपूर्ण प्रश्न है कि जहां राज्य शासन पढ़ाई को लेकर इतनी गभीर है वही जिले भर में फ़र्जी तरीके से संचालित कम्प्यूटर सेंटरों का इस प्रकार खुले आम संचालित होना प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह पैदा कराता है बहरहाल शासन प्रशासन से जन अपेक्षा हैं कि जिले मे फैले इन कम्प्यूटर सेंटरों की जाच कराया जावे ताकि युवा बेरोजगार इनके झांसे में ना फँस सके। बद्री प्रसाद कौरव मप्र जनरल सेकेट्ररी ऑल इंडिया बेक वर्ड क्लासेस फेडरेशन मप्र