विप्र समाज तेंदूखेड़ा ने धूमधाम से मनाया परशुराम जन्मोत्सव
सद्गुरु वेद विद्यापीठ परिसर तेंदूखेड़ा में शस्त्र और शास्त्र के ज्ञाता, भगवान विष्णु के छठे अवतार, विप्र कुल भूषण भगवान श्री परशुराम जी का जन्मोत्सव तेंदूखेड़ा की विप्र समाज द्वारा बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। भगवान श्री परशुराम जी का जन्मोत्सव एवं अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर तेंदूखेड़ा विप्र समाज ने सद्गुरु वेद विद्यापीठ में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान श्री परशुराम जी का पूजन-अर्चन कर सामुहिक आरती का आयोजन किया। उद्बोधन की श्रृंखला में कथावाचक आचार्य पं. कृष्णकांत शास्त्री ने कहा भगवान परशुराम ने अपने ज्ञान रूपी परशु एवं शस्त्र रूपी परशु से समाज में व्याप्त विकृतियों का छेदन किया है। समाज के प्रति सभी ब्राह्मणों को जागृत होने, एकजुट होने एवं संगठित होकर कार्य करने की आवश्यकता है, जिसमें अग्रणी भूमिका में युवाओं को रखा जाए एवं वरिष्ठ सभी का संरक्षण मंडल बनाया जाए जिससे कि तेंदूखेड़ा की ब्राह्मण समाज भी आगामी वर्ष का एक भव्य आयोजन कर सके। नगर परिषद अध्यक्ष पं. विष्णु शर्मा ने कहा हमें समाज का एक ऐसा नवीन ढांचा निर्मित करने की आवश्यकता है जिसका नेतृत्व किसी साधारण ब्राह्मण के पास हो जिससे कि समाज एक सटीक दिशा में समाज के उत्थान के लिए कार्य होगा। यदि किसी राजनैतिक व्यक्तियों को हम समाज का नेतृत्व देंगे तो वह उसकी विचारधारा के अनुरूप ही समाज को चलाना चाहेंगे चाहे वह सत्ता पक्ष से हो अथवा विपक्ष से। समाज के लिए समर्पित होकर कार्य करने की आवश्यकता है। ब्राह्मण समाज का भवन बनाना अथवा अन्य कार्यों में समाज के प्रत्येक व्यक्ति से अपनी सामर्थ्य अनुरूप अंशदान को एकत्रित करके ही करना होगा जिससे की समाज के प्रत्येक व्यक्ति को भवन हमारा है कि भावना जागृत हो सके। ब्राह्मण समाज में व्याप्त अनेक समस्याओं को बताते हुए उनके हल को एकजुटता से ही संभव है। वासुदेव प्रसाद बसेडिया ने कहा छोटे अथवा बड़े, विद्वान अथवा सामान्य ब्राम्हण का भेदभाव न रखकर एकसाथ कदम मिलाकर समाज के लिए कार्य करने की आवश्यकता है। पुरषोत्तम बसेडिया ने पूर्व में ब्राम्हण समाज द्वारा किए गए कार्यों को बताते हुए वर्तमान में ब्राम्हणों की स्थिति पर प्रकाश डाला। मुकेश बाजपेई ने कहा हमारा आगामी आयोजन बड़ा भव्य होगा। मोनू पाठक ने कहा समाज के प्रति यदि कल कार्य करेंगे की भावना रखेंगे तो वह कभी नहीं होता है हमें जल्द ही नवीन कार्यकारिणी का गठन करते हुए युवाओं को जिम्मेदारी देना होगा एवं हर क्षेत्र में समाज के उत्थान के लिए एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का आभार सद्गुरु वेद विद्यापीठ आचार्य पं. चंद्रकांत चौबे ने व्यक्त किया। तेंदूखेड़ा विप्र समाज द्वारा पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों पर किए गये आतंकि हमले की कड़ी निन्दा करते हुए दिवंगत आत्माओं के लिए मौन धारण कर श्रद्धांजलि समर्पित की जिसमें बड़ी संख्या में वरिष्ठ एवं युवा ब्राम्हण बंधु उपस्थित रहे।