क्या भोपाल जब्ती कांड की होगी सीबीआई ईडी जांच – इंजी नवीन कुमार अग्रवाल
क्या परिवहन विभाग से जुड़े अधिकारियो कर्मचारियों एवं परिवहन मंत्रियो की सम्पति की निष्पक्ष जाँच होंगी ?
जाँच होने पर खरबो रूपये की सम्पति की होंगी जब्ती
भोपाल,मध्यप्रदेश। आम आदमी पार्टी 2013 से निरंतर परिवहन विभाग के भ्रष्टाचार के खिलाफ संगर्ष कर रही है और चेक पोस्टों पर होने वाली अवैध वसूली के तथ्यात्मक साक्ष्य कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव, प्रधानमंत्री ,राष्ट्रपति तक प्रेषित किये थे. और 2015 में नायगाव चेकपोस्ट पर हो रही अवैध वसूली के खिलाफ छापामार करवाई करने पर तत्कालीन ईमानदार कलेक्टर नंदकुमारम एवं पुलिस अधीक्षक तरुण नायक का चेकपॉट पर छापामार कार्यवाही कर अवैध वसूली का भंडाफोड़ करने पर रातो रात ट्रांसफर कर दिया था और संगर्ष करने वाले आम आदमी पार्टी के 8 साथियो को 12 दिन जेल में रहना पड़ा था। आम आदमी पार्टी ने इसकी सीबीआइ जाँच की मांग कर प्रदेश में प्रतिदिन हो रही 40 करोड़ रूपये की अवैध वसूली के सम्बन्ध में पत्र प्रेषित किये थे , लेकिन उच्च राजनैतिक एवं प्रशासनिक संरक्षण के कारन उस पर कार्यवाही नहीं हुई। इससे आप अंदाजा लगा सकते है की एक वर्ष में 14400 करोड़ रूपये की अवैध वसूली प्रदेश में होती थी तो भाजपा के पिछले 20 वर्षो के शासन में कितनी अवैध सम्पति परिवहन विभाग के अधिकारियो कर्मचारियों एवं विभाग से जुड़े परिवहन मंत्रियो के पास होंगी इसकी निष्पक्ष जाँच होना चाहिए।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नवीन कुमार अग्रवाल ने कहा की भोपाल इंदौर और ग्वालियर में बिल्डरों के ऊपर लोकायुक्त एवं आयकर की छापेमारी में करोड़ो रूपये की अकूत सम्पति जब्त हुई है और उसमे मुख्य अभियुक्त के रूप में परिवहन विभाग के सिपाही सौरभ शर्मा का नाम प्रमुखता से आ रहा है और तथ्य भी चीख चीखकर कह रहे है की परिवहन विभाग की अवैध काली कमाई का जरिया बिल्डरों के माध्यम से खपाया जा रहा था।
अग्रवाल ने कहा की हमने राष्ट्रपति महोदय को पत्र लिखकर मांग की है की उक्त कार्यवाही की निष्पक्ष जांच ईडी , सीबीआई से करवाने पर प्रदेश से लेकर राजधानी दिल्ली तक के सफेदपोश राजनेता , मंत्री , एवं परिवहन विभाग के अधिकारी कर्मचारी की संलिप्तता जगजाहिर होगी और खरबों रुपयों की संपत्ति जब्त होंगी। जो की वर्तमान में जब्त रकम से कई हजार गुना होगी साथ ही निष्पक्ष जांच होने पर कई उच्च राजनीतिक एवं प्रशासनिक अधिकारियो के नाम सामने आएंगे। आप स्वतः अंदाजा लगा सकते है की जब मात्र छापामार कारवाही करने पर रातो रात ईमानदार अधिकारियो का ट्रांसफर हो सकता है तो कितने उच्च पदस्थ राजनेताओ का संरक्षण परिवहन विभाग को मिला हुआ होगा।
अग्रवाल ने कहा की यह तो शुक्र है की आम आदमी पार्टी के निरंतर संगर्ष से वर्तमान में परिवहन चेकपोस्ट बंद कर दिए गए है नहीं तो उच्च राजनीतिक एवं प्रशासनिक संरक्षण के चलते यह भी खुलासा नहीं होता और न कोई सम्पति रकम जब्त होती।