गाडरवारा में अतिथि शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री के बयान के विरोध में एसडीएम गाडरवारा को ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से यह अपील की है कि शिक्षा मंत्री अपने बयान को वापस ले । अन्यथा अतिथि शिक्षक 2 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। अतिथि शिक्षकों का साफ कहना है कि मंत्री ने अपनी हद पार कर दी है। क्योंकि विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का वादा किया था। बीजेपी ने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने का भरोसा देकर उनके वोट लिए थे। लेकिन अब सरकार बन जाने के बाद मोहन यादव सरकार को अतिथि शिक्षक बोझ लगने लगे हैं। इसलिए उनके स्कूल शिक्षा मंत्री ने ऐसा बयान देकर अतिथि शिक्षकों को किनारे लगाने की कोशिश की है। शिक्षा मंत्री तत्काल अपने शब्दों को वापस ले और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा महापंचायत में की गई समस्त घोषणाओं को लागू किया जाए।
अतिथि शिक्षक संघ इस मुद्दे को लेकर बहुत नाराज है। अतिथि शिक्षकों को लग रहा है कि मध्यप्रदेश सरकार ने उनके साथ धोखा कर दिया है। पहले वादा करके वोट ले लिए और अब चुनाव जीतने के बाद उनको किनारे किया जा रहा है और मंत्री राव उदय प्रताप सिंह तो सीधे-सीधे अपमानित ही कर रहे हैं। इससे नाराज होकर अतिथि शिक्षक संघ ने बड़ा आंदोलन करने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि तत्काल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने जो शब्द बोले हैं वह वापस ले साथ ही मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव जी शिक्षा मंत्री पर उचित कार्रवाई करें और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा महापंचायत में की गई समस्त घोषणाओं को लागू किया जाए नहीं तो 02 अक्टूबर महात्मा गांधी जयंती के दिन प्रदेश के समस्त अतिथि शिक्षक भोपाल पहुंचकर धरना प्रदर्शन व उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। ज्ञापन देते समय तहसील के अतिथि शिक्षक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे ।