लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा महिला बाल विकास विभाग के समन्वय से अक्षिता कार्यक्रम के अंतर्गत अंतरा फाउंडेशन द्वारा जिले में मातृ स्वास्थ्य एवं पोषण क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है।मातृ शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाना कार्यक्रम का प्रमुख उद्द्येश्य है जिसकी पूर्ति के लिए घर में हो रहे प्रसव के रोकथाम के लिए भीमपुर प्रखंड में काम किया जा रहा है। अक्टूबर माह के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 40 प्रतिशत प्रसव घर में हुए हैं, जिसका मुख्य कारण जनजातिय पारंपरिक मान्यताएं और प्रथाएं, दूरगामी क्षेत्र के साथ ही अन्ध विश्वास है। इसके लिए अंतरा फाउंडेशन द्वारा समुदाय में जागरूकता के लिए ग्राम संवाद जैसे कार्यक्रम किए जा रहे हैं जिसमे गाँव में लोगों से बातचीत के साथ नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर लोगों को अस्पताल में प्रसव के लाभ के साथ ही सरकार द्वारा दी जा रही जननी योजना, मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा (प्रसूति सहायता) योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना जैसे सरकारी सहायता के बारे में जानकारी दी जा रही है।इस क्रम में अंतरा फाउंडेशन ने विगत सितम्बर माह में को कासमारखंडी के ग्राम पडार में ग्राम संवाद किया गया, जिसमें गर्भवती महिलाओ को भी शामिल किया गया। उन्हें नुकड़ नाटक दिखाकर घर में होने वाले प्रसव के खतरे और नुकसान के बारे में बताया गया। साथ ही गर्भावस्था के 1000 दिवस को समझाते हुए ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के दिन दी जा रही सेवाओं के बारे में जानकारी दी गई। गर्भवतियों को प्रसव पूर्व जांच, आंगनबाड़ी से मिलने वाले पोषण आहार, बच्चो के टीकाकरण और अस्पताल में प्रसव करने के लाभ, जननी सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा (प्रसूति सहायता) योजना के सहयाता के बारे में बताया गया। इस कार्यक्रम में बीसीओ, सीएचओ, एएनएम और आशा सहयोगी ने भी भाग लिया।