सिहोरा जिला बनाया तो स्वागत वर्ना कार्यक्रम का करेंगे बहिष्कार,सिहोरा बंद के दूसरे दिन भड़के सिहोरावासी
सिहोरा – आपको मिल रहा समर्थन इस बात का प्रमाण नहीं सिहोरा की जनता जस का तस बने रहना चाहती है बल्कि कल का बंद इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि सिहोरा की जनता अब सिहोरा को जिला के रूप में देखना चाहती है और हर हाल में अपना हक आपसे लेना चाहती है। अगर माननीय विधायक और मुख्यमंत्री सिहोरा वासियों के इस मंसूबे को अब भी समझ पाने में असफल है तो आने वाले दिनों में इसके गंभीर परिणाम प्रदेश सरकार और माननीय विधायक को अवश्य भोगना होगा। उक्त चेतावनी लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने अपने अनिश्चितकालीन धरने के दूसरे दिन आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों के समक्ष कही।आंदोलन कारियो ने यह भी संकेत दिए कि यदि माननीय मुख्यमंत्री सिहोरा को जिला बनाने का संकेत 25 अगस्त के पूर्व देते है तो उनके सिहोरा आगमन पर पलक पांवड़े बिछाकर उनका भव्य स्वागत किया जाएगा वरना अब सिहोरा वासी उनके कार्यक्रम के बहिष्कार या उसी दिन सिहोरा बंद से भी पीछे नहीं हटेंगे।
गलत प्रचार से आक्रोश– मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार और उनकी सिहोरा विधायक नंदनी मरावी और स्थानीय भाजपा संगठन हमेशा ही सिहोरा जिला के मुद्दे को अनदेखा करता रहा और यह दुष्प्रचार करता रहा की सिहोरा की जनता सिहोरा का विकास नहीं चाहती।परिणाम यह कि सिहोरा अपने समकक्ष के क्षेत्रों से तो पीछे हुआ ही पीछे के क्षेत्रों से भी बहुत पीछे हो गया।
अनिश्चितकालीन बंद के स्थान पर भूख हड़ताल – लक्ष्य आंदोलन समिति ने कल शाम पत्रकार वार्ता आयोजित कर दो दिन के बंद को सफल बनाने के लिए सिहोरा की जनता का सहृदय आभार व्यक्त किया साथ ही घोषणा की जिस उद्देश्य बंद किया गया था वह उद्देश्य पूर्ण हुआ है। अब लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आंदोलन के स्वरूप को बदला जाएगा और आज से क्रमिक भूख हड़ताल जिला बनने तक जारी रहेगी।
जिला दिया तो स्वागत वर्ना बहिष्कार – मुख्यमंत्री के आगामी 25 अगस्त को सिहोरा आगमन पर बात करते हुए समिति ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि यदि 25 अगस्त के पहले सिहोरा के जिला बनने के संकेत प्राप्त होते हैं तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का पलक पांवड़े बिछाकर सिहोरा में अभूतपूर्व स्वागत अभिनंदन किया जाएगा परंतु यदि पूर्व से चली आ रही मानसिकता सरकार की बनी रही तो जिस दिन मुख्यमंत्री सिहोरा आ रहे हैं उसी दिन एक बार पुनः सिहोरा बंद आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का बहिष्कार किया जाएगा।