उज्जैन बाल मृत्यु में कमी लाई जाना मध्यप्रदेश शासन का प्रमुख लक्ष्य है। 5 वर्ष तक के बच्चों में सबसे अधिक मृत्यु का कारण निमोनिया संक्रमण है। भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार 12 नवंबर 2022 से 28 फरवरी 2023 तक सांस अभियान सास (सोशल अवेयरनेस एंड एक्शन टू न्यूट्रलाइज्ड पेनेमोनिया सक्सेसफुली) आयोजित किया जाना है।
निमोनिया के प्रारंभिक लक्षणों की समय पर पहचान, प्रारंभिक उपचार एवं उचित स्वास्थ्य संस्था में रेफर तथा साथ ही निमोनिया के संबंध मे जन जागरूकता लायी जाकर निमोनिया से होने वाली मृत्यु को रोका जा सकता है। निमोनिया के प्रकरण मुख्यतः सर्दी, वर्षा काल, अधिक प्रदूषण, धुए ताल क्षेत्र, स्लम एरिया मे अधिक होने की संभावना रहती है। ऐसे बच्चों को निमोनिया होने की संभावना अधिक होती है जिनका टीकाकरण पूर्ण नही हुआ हो तथा कुपोषित हो। शीघ्र स्तनपान, पूरक आहार विटामिन-ए टीकाकरण साफ-सफाई, साबुन एवं पानी से हाथ धोना, घरेलू वायु प्रदूषण को कम करना, जैसे सरल हस्तक्षेपो से निमोनिया के प्रकरणों में कमी लायी जा सकती है।