4 मार्च भारतीय किसान संघ ने मनाया स्थापना दिवस
साईखेडा। हनुमान मंदिर कृषि विभाग के पास साईखेडा जिला नरसिंहपुर में भारतीय किसान संघ ने स्थापना दिवस मनाया भगवान बलराम का पूजन कर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया संगठन के संभागीय सदस्य तेजसिंह तोमर ने संगठन के स्थापना का उद्देश्य बताते हुए कहा कि 4 मार्च 1979 को भारतीय किसान संघ की स्थापना राजस्थान के कोटा राष्ट्र ऋषि दत्तोपंत ठेंगडे द्रारा की गई जिसमें किसानों को एकजुट कर कृषि में उन्नति के लिए सरकार से नीति निर्धारण करवाना एवं राष्ट्र हित में समर्पित भाव से देश की उन्नति के लिए खेती करना लक्ष्य रखा राकेश खेमरिया द्रारा किसानों की समस्याओं को लेकर प्रशासन को ध्यान आकर्षित करने के बात कही जिसमें रिकवरी के आधार पर गन्ने का रेट दिलाया जाए कृषि उपज उप मंडी साईखेडा उद्घाटन के बाद भी बंद है मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण है इसको हटाते हुए मंडी चालू कराई जाए राजेन्द्र शर्मा तहसील अध्यक्ष द्रारा स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा गया की 133 के वी सबस्टेशन साईखेडा मे बनाई जाए जिससे किसानों की बोल्टेज समस्या का निराकरण हो किसानों की जमीन के नक्शे में खसरा नं चढाये जाए वर्तमान में नक्शा तो काट दिया गया है परन्तु खसरा नं नहीं लिखा गया है जिससे किसानों को परेशानी होती है नितिन तिवारी जिला मीडिया प्रभारी द्रारा कहा गया कि प्रशासन किसानों को गुमराह कर रहा है यदि सरकार प्रशासन चाहे तो मिल मालिक क्यों नहीं रिकवरी के आधार पर रेट देगे केवल कागजों में आदेश देकर लागू न कराना प्रशासन का किसानों के साथ छल समझ में आता है ! किसानों तथा आम जन के लिए निजी उपयोग हेतु गाँव की नदी से रेत निशुल्क लाने की अनुमति दी जाए ! जन जागरण कर शीघ्र ही किसानों की समस्याओं को लेकर बड़ा आंदोलन सगठन द्रारा किया जाएगा तहसील अध्यक्ष गाडरवारा महेश तिवारी द्रारा सरकार से आयात निर्यात नीति पर विचार करने की बात कही गई क्योंकि किसानों की फसल आती है जब ही सरकार बाजार में निर्यात पर रोक या गोदामों मे रखे माल को बाजार में बेच कर दाम कम करवा देती है उपभोक्ताओं की चिंता करते हुए जब किसानों की फसल आने को होती है जब ही क्यों सरकार को उपभोक्ताओं की याद आती है पहले तो क्यों नही सरकार को समर्थन मूल्य से कम किसानों की फसल न बिके कानून बनाना चाहिये बैठक समापन पर तहसील मंत्री सुरेंद्र सिंह राजपूत द्रारा सभी का आभार किया गया सुप्यार सिंह राजपूत अवधेश कौरव उपस्थित रहें ।