समय सीमा की बैठक सम्पन्न
नरसिंहपुर, 30 जनवरी 2023. समय सीमा की बैठक सीईओ जिला पंचायत डॉ. सौरभ संजय सोनवणे ने कलेक्ट्रट सभाकक्ष में सोमवार को ली। बैठक में अपर कलेक्टर श्री दीपक कुमार वैद्य, एसडीएम और जिला अधिकारी मौजूद थे।
डॉ. सोनवणे ने सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि सभी विभाग 50 दिवस से अधिक समय से लंबित शिकायतों का निराकरण एक सप्ताह के भीतर सुनिश्चित करें। शिकायतों के निराकरण में लापरवाही पर उन्होंने सीईओ जनपद चीचली, जिला विपणन अधिकारी एवं डीआरसीएस को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। डॉ. सोनवणे ने गौशाला रजिस्ट्रेशन के कार्य में लापरवाही पर उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों की माह दिसम्बर की शिकायतें अनिराकृत हैं, वे जुर्माना की राशि जमा करवायें।
बैठक में आयोग से प्राप्त पत्र, उच्च न्यायालय में प्रचलित प्रकरण, आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति, आधार कार्ड बनवाने के लिए शिविरों के आयोजन, शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने, नशा मुक्ति अभियान, जल जीवन मिशन आदि से संबंधित कार्यों की समीक्षा की गई। सीईओ डॉ. सोनवणे ने सब इंजीनियर पीएचई करेली के बगैर अनुमति से बैठक से अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने व वेतन काटने के निर्देश दिये। उन्होंने सम्पत्तिकर वसूली, छात्रावासों में उपलब्ध सीटों के अनुरूप बच्चों की दर्ज संख्या, लाड़ली लक्ष्मी योजना, विकास यात्रा के रूट चार्ज एवं नोडल अधिकारी के संबंध में जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिये।
शासकीय भूमि से हटाया अतिक्रमण
नरसिंहपुर, 30 जनवरी 2023. राजस्व, पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा जिले की करेली तहसील के ग्राम मोहद में गौशाला के पास की लगभग ढाई एकड़ भूमि तथा ग्राम पंचायत के माध्यम से निर्मित ग्राम वाटिका के पास की 4 एकड़ भूमि का अतिक्रमण हटाकर मुक्त किया गया। शासकीय भूमि पर अवैध तरीके से बोरवेल करने पर 2 मोटर पम्प जब्त किये गये। बिजली चोरी के 2 अवैध कनेक्शन पाये जाने पर विद्युत वितरण कम्पनी के एमपीईबी को बिजली चोरी के प्रकरण दर्ज करने के लिए निर्देशित किया गया।
जिले में 9 हजार 728 महिलाओं की हुई खून की जांच
जिले को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए चलाया जा रहा अभियान
नरसिंहपुर, 30 जनवरी 2023. कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना के निर्देशानुसार जिले को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जिले में खून की कमी की पहचान एवं उपचार कार्यक्रम के अंतर्गत 15 से 35 वर्ष तक की आयु की महिलाओं में खून की कमी की पहचान के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य एवं आशा कार्यकर्ता के दल घर- घर जाकर डिजिटल हीमोग्लोबिन मीटर के माध्यम से खून की जांच कर रहे हैं। जिले में 27 जनवरी से अब तक 272 सत्रों का आयोजन कर 15 से 35 वर्ष तक की 9 हजार 728 महिलाओं की जांच की गई। इनमें सीवियर एनीमिया की आशंका वाली 166 महिलाओं का चिन्हांकन किया गया है। इनकी पुन: लैब में जांच कर उनको ब्लड ट्रांसफ्यूजन किया जायेगा।
यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने दी है। उन्होंने बताया कि डाट्स पद्धति से एनीमिया की पहचान वाली महिलाओं का इलाज आईएफए टेबलेट तथा आयरन सुक्रोज देकर कराया जायेगा। सीवियर एनीमिया के मरीजों का ब्लड ट्रांसफ्यूजन कराया जायेगा।