जितेंद्र दुबे ,शाहनगर
धूमधाम से मनाया गया गणगौर सुहागिनों का पर्व
शाहनगर । विवाहित महिलाओं और कुंवारी कन्याओं का सबसे पसंदीदा गणगौर बङे ही धुम धाम हर्षोल्लास पूर्ण तरीके के शाहनगर मुख्यालय सहित ग्रामिण अंचलों मे मनाया गया । पौराणिक कथा के अनुसार, इस दिन को प्रेम का जीवंत प्रतीक माना जाता है। इस दिन भगवान शिव ने देवी पार्वती को और देवी पार्वती ने संपूर्ण नारी समाज को सौभाग्यवती होने का वरदान दिया था। नगर की सभी सुहागिनें एवं क्वारी कन्याओं ने यह व्रत रखा व परिवार के सभी सदस्यों ने मिलकर भगवान शिव और माता-पार्वती की पूजा की और विवाहित महिलाओं ने जहां अपने पति की उम्र लंबी की कामना का वर मांगा वहीं कुंवारी कन्याओं ने अपने आगामी जीवन में एक आदर्श जीवन-साथी मिलने का वरदान प्राप्त कियाश नगर की समाजसेवी श्री मति गोमती दुबे ने बताया की गणगौर का पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तीज को मनाया जाता है। यह होली के दूसरे दिन ही प्रारंभ हो जाता है और सोलह दिनों तक चलता है। माना जाता है कि गौरा अपने पीहर आती है, तो पीछे-पीछे ईशर भी उसे लेने आ जाते हैं। इस दिन को भगवान शिव और पार्वती के प्रेम और विवाहोत्सव के रूप में भी मनाया जाता कई महीनों के अलगाव के बाद शिव और पार्वती फिर एक साथ आते हैं। विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र और वैवाहिक खुशी के लिए भगवान से प्रार्थना करती हैं, तो अविवाहित युवतियां आदर्श पति की प्राप्ति के लिए शाहनगर सहित समुचे ग्रामिण अंचल गणगौर का पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया