गाड़रवारा ,स्वर्णकार समाज के आराध्य महाराज अजमीढ़ जी की जयंती पर उनका इतिहास
श्री अजमीढ़ जी महाराज का इतिहास किसी भी जाति के इतिहास में झांकने पर प्रकाश-पुंज की भांति जो महामानव दृष्टिगोचर होते है वे ही उस जाति के लिए संबल और प्रेरणा स्त्रोत हुआ करते है। जिन्हें वह जाति अपने पितृ-पुरुष के रुप में मानती है। इसी तरह मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार......