गाडरवारा,पूजीपंतियो के आगे जिम्मेदार नतमस्तक, नर्मदा शुगर मिल मालिक के सामने नही करा पाया प्रशासन अपने आदेश का पालन
गाडरवारा।प्रशासन द्वारा दिनांक 8/6/2022 को यह आदेश निकाला था जिसमें स्पष्ट उल्लेख किया गया था कि बाढ अतिवृष्टि किसी भी परिस्थिति मे शुगर मिल से बाहर पानी नहीं छोड़ा जाएगा । यदि ऐसा मिल करती है तो मिल को शील कर दिया जाएगा अपने आदेश का पालन आज दिनांक तक नहीं करा पाया प्रशासन शुगर मिल से, जिसका नतीजा आज फिर बघा नाले एवं ऊमर नदी मे केमिकल युक्त दूषित पानी नदी में फिर छोडा जा रहा जिससे जीव जंतु ,वनस्पति, मानव, पशु सब प्रभावित हो रहे हैं। यही नदी आगे चलकर दूधी नदी में मिलती है दूधी नदी माँ नर्मदा मे मिलती है । आखिर पूजीपंतियो के आगे नतमस्तक क्यों है जिम्मेदार समझ से परे ? विगत दो वर्षों से लगातार शिकायत करने के पाश्चात्य भी शुगर मिल पर दंडात्मक कार्यवाही एवं केमिकल युक्त दूषित पानी आना बंद नहीं हो पा रहा है। शुगर मिल अपनी हिटलर शाही चला रही है धनौरा देतपोन सेठान खैरी आदि गाँव प्रभावित है।बघा नाले में पंचायत द्रारा जल संरक्षण के लिए बंधान बनाया गया है जिसमें बरसात का पानी एकत्रित हो परंतु उस बंधान मे नर्मदा शुगर मिल का दूषित पानी एकत्रित हो रहा है जिससे अनेको प्रकार की गम्भीर बीमारियों से आम जनता को जूझना पड़ रहा है। आगे देखना यह है कि खबर के बाद कुछ कार्रवाई होती है या नहीं ।