गाडरवारा। सँयुक्त किसान मोर्चा द्वारा किसानों को शक्ति सुगर मिल द्वारा ग्रुप सिस्टम बनाकर ग्रुप के हेड द्वारा मनमर्जी कर अपने चहेतों का एवं खुद का जड़ी ट्रैजडी तो छोड़ो नोरपा तक दी जा रही है। ग्रुप के अन्य किसान को लेबर टीम चाहिये तो उनसे प्रति किवंतल फेक्ट्री रेट से अधिक पैसा लिया जा रहा है एवं फेक्ट्री के साथ रजिस्टर्ड ट्रेक्टर पर भी डेढ़ गुना अधिक भाड़ा बसूल किया जा रहा है।बड़े किसानों के खेत में लगातार गन्ना कट रहा है एकड़ दो एकड़ बाले की लाइन नहीं लग रही।
उक्त समस्याओं के समाधान के लिए आज 4/1/2022को मोर्चा द्वारा 12 बजे सेगाडरवारा मिल गेट के सामने दरी बिछाकर गेट बंद धरना शुरू किया।
प्रबंधन द्वारा एक प्रतिनिधि मंडल को बातचीत करने बुलाया लेकिन किसानों ने कहा प्रबंधन धरना स्थल पर किसानों के बीच आकर बात करे अन्यथा किसान चक्का जाम करने रोड पर जाएगा।पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप पर प्रबंधक शैलेन्द्र जैन को धरना स्थल पर किसानों के बीच आना पड़ा।लगभग किसानों एवं प्रबंधन के बीच डेढ़ घण्टे की जद्दोजहद के बाद तीन दिन के अंदर ग्रुप के सभी किसानों का नियमानुसार गन्ना उठाने, मिल रेट से अधिक भाड़ा एवं लेबर से पैसे नहीं लेने का पूर्ण आस्वासन दिया इस शर्त पर मोर्चा द्वारा मिल गेट पर जारी धरना स्थगित किया।
सभी ने निर्णय लिया 3 दिवस के अंदर समस्या का समाधान नहीं होता है तो मिल की तालाबंदी करते हुए चक्काजाम करने मजबूर होना पड़ेगा जिसकी जबाबदारी प्रबंधन एवं शासन प्रशासन की होगी
आंदोलन में मोर्चा के ब्रजमोहन कौरव, दिनेश ढिमोले, जगदीश पटेल, अनिल कौरव अन्नू पटेल, लालसाहब वर्मा, तुलसीराम श्रीवास, देवेंद्र वर्मा यदुराज वर्मा, भैरो प्रसाद विश्वकर्मा, सज्जनसिंह पटेल, रामकुमार पटेल, ठाकुर साब, महेंद्र पटेल, सत्य नारायण कौरव, रजनीश कौरव, राजेश साहू, जगदीश कौरव, पहलवान पटेल, धनराज पटेल, हरिगोविंद के अलावा सैकड़ोकिसान मौजूद रहे।