सती परित्याग काव्य नाटिका पात्र शिव ,सती ,राम लक्ष्मण ,याज्ञवल्क्य ,भरद्वाज।
सती परित्याग काव्य नाटिका पात्र शिव ,सती ,राम लक्ष्मण ,याज्ञवल्क्य ,भरद्वाज। मंगलाचरण अर्थ समूहों रस छंदों के देवों का अभिनंदन हैं | वाणी और विनायक प्रभु के श्री चरणों में वंदन है। श्रद्धा सद विश्वास रूप में हृदय हमारे भरते हैं । पार्वती शिव के चरणों में श्री वंदन......