होली की अनंत शुभकामनाएँ देखो होली आई (गीत )
होली की अनंत शुभकामनाएँ देखो होली आई (गीत ) उड़ता है मद-भरा समीरण देखो होली आई। भले अंक में दुःख घनेरे अंगों पर फिर भी रँग फेरे। चले लिए पीड़ा वासंती अभिलाषाओं से मन घेरे। टेसू के फूलों की गंगा हमने आज नहाई। देखो होली आई। आल्हादों में डूबे ये......