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ओडिशा ट्रेन हादसा कैसे हुआ?
रेलवे के मुताबिक, कोरोमंडल एक्सप्रेस चेन्नई की ओर जा रही थी, जबकि सर एम विश्वेश्वरैया-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस 1,000 यात्रियों को लेकर हावड़ा की ओर आ रही थी, तभी यह हादसा शुक्रवार शाम को हुआ। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतर गए और एक तरफ खड़ी ट्रेनों से टकरा गए, जबकि कुछ विपरीत रेल ट्रैक पर पलट गए, जिस पर एसएमवीपी-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस यशवंतपुर की तरफ से आ रही थी और हावड़ा की ओर जा रही थी। एसएमवीपी-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस पलटे हुए डिब्बों से टकराई और बड़ा हादसा हो गया। -
ओडिशा ट्रेन हादसा: रेक्स्यू ऑपरेशन पूरा
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रेलवे प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि बालासोर ट्रेन हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। अब रीस्टोरेशन का काम शुरू कर दिया गया है। रेलवे अधिकारी ने बताया कि इस रूट पर ‘कवच’ सिस्टम उपलब्ध नहीं था।
ओडिशा ट्रेन हादसा: 48 ट्रेनें कैंसिल, 39 डायवर्ट
अभी तक 100 से ज्यादा लोगों ने अनुग्रह राशि पर दावा किया है। तीन जगहों- बालासोर, सोरो और बहनागा बाजार पर काउंटर लगाए गए हैं। अभी तक 48 ट्रेनें कैंसिल की गई हैं, 39 ट्रेनें डायवर्ट हुई हैं और 10 को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया है: अमिताभ शर्मा, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर, इन्फॉर्मेशन पब्लिकेशन रेलवे बोर् ।राहत बचाव कार्य जारीवही मौके पर राहत बचाव कार्य जारी है रेल मंत्री भी इस ट्रेन हादसे का जायजा लेने पहुंचे हैं और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी वही पहुंची हैं ।प्रधानमंत्री कोष के तहत तथा केंद्र सरकार के रेल मंत्री के द्वारा मृतकों एवं घायलों को मुआवजा राशि देने की बात कही गई है । सूत्रों की माने तो इस सदी का यह सबसे बड़ा रेल हादसा है जिसमें इतने अधिक लोगों की जानें गई हैं ।