भारतीय धर्म, संस्कृति से लेकर नारी सशक्तिकरण को समर्पित रही युवादल की शोभायात्रा,हुआ 35 हजार रुद्राक्षों का वितरण, ढाई क्विंटल मगद का प्रसाद वितरित
गाडरवारा। नगर में प्रतिवर्ष होने वाले आयोजित श्री हनुमान जन्मोत्सव शोभायात्रा इस बार ऐतिहासिक रही। जिसमें पूरा क्षेत्र धर्ममय नजर आया। पहली बार 51 हजार अभिमंत्रित रुद्राक्षों का वितरण अपने आप में अनूठा रहा। हनुमान जन्मोत्सव पर सर्वप्रथम सुबह रेलवे स्टेशन से वाहन रैली का आयोजन किया। जिसके माध्यम से लोगों से शोभायात्रा में सम्मिलित होने का आवाहन किया गया। वहीं दोपहर से ही रुद्राक्ष वितरण नए बस स्टैंड पर प्रारंभ किया गया, इसमें शाम को शोभायात्रा तक लगभग 35 हजार रुद्राक्ष का वितरण किया गया। ज्ञात रहे कि शोभायात्रा छह प्रमुख यात्राओं से जोड़कर बनाई गई। जिसमें सर्वप्रथम श्री गणेशजी, भारतमाता के साथ शोभायात्रा को प्रारभ किया गया। मातृशक्ति बहनों द्वारा विभिन्न गानों पर तैयार नृत्य एवं बहनों द्वारा तैयार घोड़ों पर आकर्षक झांकी निकली गई। बाल दुर्गा के स्वरूप के साथ मां निमाड़ी एवं मां धनलक्ष्मी अपने भक्तो को प्रसाद रूपी आशीर्वाद देते नजर आई। सिंधी समाज की प्रस्तुति ने लोगो का मन मोह लिया। लगातार डांडिया करते भाईयों ने नृत्य किया। मातृशक्ति के रूपों का विवरण शीतला माता, राधा जी, एवं मां काली के रूपों में नजर आया। इतना ही नहीं हनुमान जी की विशाल प्रतिमा के साथ खाटू श्याम जी के चित्रण का नजारा भी शोभायात्रा में देखा गया। वेद पुराणों की झांकी निकाल कर उनकी भक्तों, ब्राह्मणों द्वारा पूजन की गई। शोभायात्रा में भक्ति में लीन अपने सिर पर वेदों को रख वेद पुराण की व्याख्या बताई गई। सरस्वती जी की झांकी वेद पुराण के साथ रख माता सरस्वती भक्तों को आशीर्वाद देते नजर आई। प्रमुख भस्म रमैया मंडल द्वारा हनुमान जी के पूजन के साथ भक्तिभाव बिखेरते हुए भक्ति के साथ नृत्य करते आकर्षण का केंद्र बना। श्री राम जी के दरबार के साथ शुद्ध घी से निर्मित 2.5 क्विंटल मगद प्रसाद का वितरण किया गया। साथ ही अनेकों प्रकार के अखाड़ो का प्रदर्शन, ढोल धमाल की प्रस्तुति, डीजे की ध्वनि, आकर्षक विद्युत सज्जा, मलखंभ के प्रर्दशन करती बेटियों के जौहर ने लोगों का मन मोह लिया। वहीं शोभायात्रा के दौरान स्वच्छता का भी ध्यान रखा गया। शोभायात्रा के पीछे नपा के कचरा संग्रहण वाहन एवं टीम नपाध्यक्ष शिवाकांत मिश्रा के निर्देशन में तत्काल सफाई करती रही। धर्म आध्यात्म से लेकर, महिला सशक्तिकरण, सामाजिक सदभाव, स्वच्छता अपने गौरवशाली अतीत जैसे अनेक पहलुओं को यह शोभायात्रा समाहित किए रही। शोभायात्रा का समापन पुरानी गल्ला मंडी में देर रात हुआ। जहा बाहर से पधारे अतिथियों को भोजन व्यवस्था भारतीय युवा दल द्वारा की गई। अंत में हनुमान जी की आरती कर साध्वी शिरोमणि जी के मुखारविंद से आशीष वचन दिए एवं उपस्थित सभी धर्मप्रेमी जनों का आभार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि शोभायात्रा में अपार भीड़ के बावजूद किसी प्रकार की अव्यवस्था देखने को नहीं मिली।