स्वास्थ्य केंद्र में हर तरफ अनियमितताओं का है बोलबाला
राज्यस्तरीय लक्ष्य टीम ने निरीक्षण के दौरान पकड़ी एक्सपायरी दवाइयां
श्रीधाम स्थानीय शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अनियमितताओं का बोलबाला हर तरफ बना होने के साथ साथ अधिकारियों का उन पर अंकुश ना होने के कारण मरीज हलाकान परेशान है जिसकी वजह से सरकारी अस्पतालों को समुन्नत करने की मंशा कागजी ही साबित होने के साथ ही चिकित्सकों-स्वास्थ्य अमले का अभाव बना हुआ ही है और जो वर्तमान समय में तैनात हैं वे भी सिर्फ औपचारिक सेवाएं अपनी मनमर्जी से केवल दिखावा के लिए दे रहे हैं यहां पर निगरानी-निरीक्षण भी नाममात्र का ही होता है हालात इस कदर बिगड़े हुए हैंकि यदि राज्यस्तर के अधिकारी कोई आदेश दे दें तो उसका पालन स्वास्थ्य अधिकारी नहीं करते हुए अनदेखी कर रहे हैं इसका उदाहरण बीते दिवस तब देखने मिला था जब निरीक्षण करने पहुंची राज्यस्तरीय लक्ष्य टीम ने स्वास्थ्य केंद्र के स्टाक रूम में एक्सपायरी डेट की दवाएं देखीं टीम सदस्यों ने इसे मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ मानकर तत्काल प्रभार से स्टाफ नर्स को अन्यत्र पदस्थ करने के आदेश जारी कर थे जिस पर बीएमओ ने तत्परता दिखाते हुए केंद्र से नर्स को पदमुक्त भी कर दिया लेकिन दल के जाते ही सब कुछ पहले जैसा हो गया।
आखिर क्या है सारा मामला
स्वास्थ्य केंद्र में लक्ष्य कार्यक्रम के तहत भोपाल से आए दल ने विगत 2 दिसंबर को निरीक्षण किए जाने के दौरान इंजेक्शन कक्ष में दल को कई अनियमितताएं के अलावा एक्सपायरी दवाएं तक मिलीं जानकारी के अनुसार दल सदस्यों ने इस लापरवाही के लिए वहां की प्रभारी स्टाफ नर्स को जमकर फटकार लगाकर स्वास्थ्य अमले से कहा आप लोग मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं उन्होंने सवाल किया कि अगर किसी मरीज को गलती से यह दवा दे दी जाती तो उसका अंजाम क्या होता राज्यस्तरीय दल ने तत्काल जिले के स्वास्थ्य विभाग को कार्यवाही के निर्देश दिए जिसके बाद स्टाफ नर्स शर्मिला सूर्यवंशी को बिना देरी किए गोटेगांव स्वास्थ्य केंद्र से हटाकर बरहटा भेजने का फरमान जारी कर दिया गया बीएमओडा. एसएसधुर्वे ने तत्काल स्टाफ नर्स गोटेगांव से पदमुक्तकर बरहटा भेजने के साथसाथ एक अन्य स्टाफ नर्स को भी गोटेगांव से हटाकर अन्यत्र भेज दिया गया,
निरीक्षण के दौरान मिली ये खामियां
बताया जा रहा हैकि राज्यस्तरीय दल जब जांच कर रहा था तब उनके संज्ञान में ये बात भी आईकि उपस्वास्थ्य केंद्र बरहटा में पदस्थ स्थाईकर्मी से गोटेगांव के उप स्वास्थ्य केंद्र में काम लिया जा रहा है इसी दौरान श्रीनगर के ग्रामवासियों ने भी मांग करते हुए शिकायत दर्ज कराईकि उप स्वास्थ्य केंद्र में वरिष्ठ स्टाफ नर्स न होने के कारण उपस्वास्थ्य केंद्र श्रीनगर में सुरकि्षत प्रसव नहीं हो रहे है मरीजों को गोटेगांवरिफर किया जाता है उपस्वास्थ्य केंद्र श्रीनगर में गर्भवती महिलाओं को परेशानी न हो जिसके लिए बीएमओ ने स्टाफ नर्स मंजूपटेल को रिलीव कर दिया,
आदेश का नहीं हो रहा पालन
जानकारी के अनुसार राज्यस्तरीय लक्ष्य टीम के आदेश के तहत स्टाफ नर्सशर्मिला सूर्यवंशी को बरहटा उपस्वास्थ्य केंद्र में 6 दिसंबर तक ज्वाइनिंग देनी थी जोकि उन्होंने आज तक नहीं दी है वे बाकायदा अभी भी स्वास्थ्यकेंद्र गोटेगांव में अपनी सेवाएं दे रहीं हैं इसी तरह श्रीनगर उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए रिलीव की गईं स्टाफ नर्स मंजूपटेल भी आदेश का पालन नहीं कर रहीं हैं अस्पताल सूत्रों का कहना हैकि दरअसल इस तरह की अराजकता विभागीय अधिकारियों द्वारा निर्मित स्वयं है क्योंकि वह अस्पताल की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसके कारण विभिन्न प्रकार की परेशानियां मरीजों को पैदा हो रही हैं यहां पदस्थ कर्मचारी अपनी मनमर्जी के मुताबिक काम करते हैं जिसके आगे बीएमओ विवश हैं।इस संबंध में
बीएमओ एस एस धुर्वे का कहना है कि
भोपाल की टीम ने एक्सपायरी डेट की दवा बरामद की थी जिसके चलते स्टाफ नर्स शर्मिला सूर्यवंशी को बरहटा उप स्वास्थ्य केंद्र में अटैच किया गया था यदि वे आदेश नहीं मान रहीं हैं तो अटैचमेंट तिथि से लेकर जब तक वे बरहटा नहीं पहुंचेंगी तब तक के वेतन की कटौती की जाएगी वहीं दूसरी ओर स्टाफ नर्स मंजू पटेल काे हमने उनकी मूल पदस्थापना की जगह रिलीव किया है उन्होंने ज्वाइनिंग भी दे दी है यदि ऐसा नहीं है तो उनके विरुद्ध भी वेतन काटने संबंधी आदेश लागू किए जाएंगे।