27 कुंडीय श्रीराम मानस यज्ञ जारी
जीवन मे आगे बढ़ने के लिए सदाचार का पालन जरूरी– ब्रजमोहन शास्त्री
गाडरवारा। क्षेत्र के चांवरपाठा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम कोठिया में ब्रम्हदेव आश्रम वामनगुफ़ा पंचवटी धाम के संत श्री 108 श्री जगदेव दास जी की सत्प्रेरणा से 26 वां 27 कुंडीय श्रीराम मानस यज्ञ कलश यात्रा एवं नर्मदा पूजन से प्रारंभ हो चुका है। यज्ञ में प्रतिदिन पूजन अर्चना उपरांत प्रवचन कार्यक्रम भी हो रहे है। प्रवचन कार्यक्रम में बीते दिवस उज्जैन से आये कथा व्यास ब्रजमोहन शास्त्री ने महादेव एवं माँ पार्वती के विवाह का बड़ा ही मधुर प्रसंग सुनाया । उन्होंने कहा कि व्यक्ति के जीवन मे यदि अपनों से बड़ों की बात को न मानने से जो नुकसान माता सती को उठाना पड़ा था वही हमे भी भुगतना पड़ता है। पति की आज्ञा को मानना ही सर्वोच्च धर्म है। श्री शास्त्री ने रामकथा का जीवन मे महत्त्व एवं संतो की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि रामकथा जीवन मे सदाचार का संदेश देती है। भगवान श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम उनके गुणों के आधार पर कहा जाता है। उन्होंने कहा कि जीवन मे संतो की महिमा का बड़ा महत्त्व है। रामचरित मानस की चौपाई “बिनु हरि कृपा मिलहि नही संता” का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि भगवान की कृपा से संत मिलते है। उल्लेखनीय है कि 23 फरवरी तक प्रवचन कार्यक्रम होंगे एवं 24 फरवरी को भंडारे के साथ यज्ञ की पूर्णाहुति होगी । यज्ञ व प्रवचन कार्यक्रम में अनेक क्षेत्रीय धर्मप्रेमी श्रद्धालु प्रतिदिन उपस्थित होकर धर्मलाभ ले रहे है ।