27.1 C
Bhopal
April 27, 2024
ADITI NEWS
सामाजिक

मप्र. के मुख्य समाचार

सिकल सेल एनीमिया स्क्रीनिंग के शिविर स्कूल और कॉलेजों में लगाए : राज्यपाल श्री पटेल
रणनीति बनाकर किया जाए सिकल सेल स्क्रीनिंग कार्य
राज्यपाल श्री पटेल ने केंद्रीय अधिकारियों और विशेषज्ञों से की वर्चुअल चर्चा
भोपाल।  राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि सिकल रोग की स्क्रीनिंग के लिए रणनीति बनाकर कार्य किया जाए। जनजातीय क्षेत्रों के स्कूलों और कॉलेजों में सिकल सेल एनीमिया स्क्रीनिंग शिविर लगाकर जाँच करें। जाँच के परिणामों में रोग प्रभावित बच्चों के पालकों की जाँच भी की जाए। गर्भवती माताओं की जाँच कार्य में आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को जोड़ा जाए। इससे कार्य की गति बढ़ेगी और समय की बचत भी होगी। साथ ही उपचार और प्रबंधन कार्य बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा का सौभाग्य ईश्वरीय कृपा से मिलता है। इसे संवेदनशीलता के साथ करने वालों पर ईश्वर का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है।
         राज्यपाल श्री पटेल सिकल सेल एनीमिया रोग के उन्मूलन के लिए केंद्र सरकार द्वारा तैयार किए गए रोड मैप के संबंध में केंद्रीय संयुक्त सचिव जनजाति कार्य डॉ. नवलजीत कपूर और विषय-विशेषज्ञों से आभासी माध्यम से चर्चा कर रहे थे। राजभवन में राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा, आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. सुदाम खाड़े, आयुक्त जनजातीय कार्य श्री संजीव सिंह, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्रीमती प्रियंका दास और प्रोजेक्ट डायरेक्टर ट्राइबल रिसर्च इंस्टीट्यूट श्री रवींद्र चौधरी मौजूद थे।
         केंद्रीय संयुक्त सचिव डॉ. नवलजीत कपूर ने बताया कि सिकल सेल एनीमिया रोग नियंत्रण तात्कालिक प्रयासों में प्री-नेटल टेस्टिंग जरूरी है। दीर्घकालिक प्रयासों में लक्षित आबादी में रोग चिन्हांकन कार्य को प्रभावी बनाने के लिए सिकल सेल एनीमिया रोग के साथ जन्म लेने वाले बच्चों की निओ-नेटल स्क्रीनिंग कर वैक्सीनेशन, इंफेक्शन और कॉम्प्लिकेशन को रोकने के प्रयासों की कार्य-योजना बनाई गई है। रोग उपचार प्रबंधन के लिए दर्द एवं अन्य जटिलताओं के प्रबंधन और स्थायी उपचार के प्रयास जैसे बोन मैरो ट्रांसप्लांट और क्रिस्पर टेक्नोलॉजी के उपयोग, आवश्यक संसाधन, अन्य व्यवस्थाओं की प्रमाणिकता और शोध संभावनाओं पर कार्य किया जा रहा है। दिव्यांगता संबद्ध सुविधाओं की समुचित व्यवस्थाओं के लिए स्थायी दिव्यांगता प्रमाण-पत्र देने की व्यवस्थाएँ भी की जा रही हैं। लक्षित आबादी की स्क्रीनिंग का डाटाबेस बनाने, जन-जागरण, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और शोध अनुसंधान संबंधी व्यवस्थाओं की रणनीति तैयार की गई हैं। उन्होंने बताया कि जाँच कार्य की विभिन्न विधियों प्वाइंट ऑफ केयर टेस्ट, पीओसी रेपिड टेस्ट और पीओसी विथ पोर्टेबल मशीन की उपयोगिता और व्यवहारिकता का परीक्षण कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। गर्भवती माता की पहले त्रैमास में जाँच, रोग कैरियर होने पर पति की जाँच और दोनों के कैरियर पाए जाने पर सी.वी.एस सिक्वेंसिंग और बच्चे के सिकल सेल रोग पीड़ित होने पर कॉउंसलिंग की व्यवस्थाओं के साथ लक्षित आबादी के 10 से 25 वर्ष के किशोर और अविवाहित युवाओं की स्क्रीनिंग के कार्य किए जाएंगे।
         डॉ. कपूर ने बताया कि सिकल सेल रोग के कारण जनजातीय समाज के 20 प्रतिशत बच्चे 2 वर्ष की उम्र तक और 30 प्रतिशत 25 वर्ष की उम्र तक मृत्यु का शिकार हो जाते हैं। सिकल सेल रोग पीड़ित व्यक्ति की औसत आयु 30 वर्ष से भी कम होती है। बताया गया कि सिकल सेल रोग शिशु मृत्यु दर में वृद्धि, स्वास्थ्य संबंधी, एनीमिया, ऑर्गन डैमेज, सेप्सिस, गर्भावस्था जटिलताओं के साथ ही कार्य क्षमता में कमी के कारण गरीबी, शिक्षा में बाधा, सोशल स्टेग्मा जैसी अनेक समस्याओं का कारण है। सिकल सेल रोग पीड़ित 60 से 70 प्रतिशत बच्चे हायर सेकेंडरी तक भी शिक्षा नहीं ले पाते हैं।
         पीडियाट्रिक विशेषज्ञ डॉ. अनुपम सचदेव ने बताया कि जीन परिवर्तन की वर्ष 2020 के नोबेल पुरस्कार प्राप्त तकनीक का देश में चिकित्सकीय एवं व्यवहारिक उपयोगिता का परीक्षण किया जा रहा है। निदेशक सीएसआईआर डॉ. अनुराग अग्रवाल ने बताया कि इंफोमेडिको के तत्वावधान में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति में शोध का प्रोजेक्ट नंदूरबार में चल रहा है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की डॉ. तूलिका सेठ ने सी.वी.एस सिक्वेंसिंग की व्यवस्थाओं के बारे में बताया। नास्को के श्री गौतम डोंगरे, सिकल सेल इंस्टीट्यूट छत्तीसगढ़ के निदेशक डॉ. पी.के. पात्रा, एनआईएच मुम्बई की डॉ. मनीषा मेधाकर और पीरामल स्वास्थ्य के डॉ. शैलेंद्र हैगड़े ने भी सिकल सेल एनीमिया रोग उपचार एवं प्रबंधन के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। आभार प्रदर्शन प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य डॉ. पल्लवी जैन गोविल ने आभार माना।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वृद्धजनों के साथ मनाया अपना जन्म-दिन
भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सेवा भारती वृद्धाश्रम पहुँचकर अपना जन्म- दिन मनाया। उन्होंने वृद्धजनों से आशीर्वाद लिया और पुष्पाहार तथा फल वितरित कर वृद्धजनों का सम्मान किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सेवा भारती संगठन अनेक सेवाओं का काम कर रहा है। मैं यहाँ वृद्धजनों का आशीर्वाद लेने सदैव आता रहूँगा। नर सेवा नारायण सेवा है। “परहित सरस धर्म नहीं भाई” की भावना के साथ जनता की सेवा में हमेशा जुटा रहूँगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी उपस्थित थीं।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वृद्धजन प्रसन्नता के साथ अपने जीवन का उत्तरार्द्ध गुजारें। कोई हताश और निराश नहीं रहे। उन्होंने कहा कि जन्म-दिन समाज के भाई-बहनों के बीच पहुँचने का प्रतीक है।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारे देश में वसुधैव कुटुम्बकम की भावना है। सारी दुनिया एक परिवार है। मैं आपका सेवक हूँ। आपके बीच आकर मुझे प्रसन्नता होती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान को वृद्धजनों ने जन्म- दिन की बधाई और शुभकामनाएँ दीं।
सम
बच्चों ने सिद्ध कर दिया, कोशिश करो तो कोई भी काम असंभव नहीं : मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपना जन्म-दिन एसओएस बाल ग्राम के बच्चों के साथ मनाया
भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि एसओएस बालग्राम निकेतन के बच्चों ने यह सिद्ध कर दिया है कि कोशिश करो तो दुनिया में कोई भी काम असंभव नहीं है। यहाँ के सभी बच्चों से मिलकर बहुत अच्छा लगा। बच्चों में अद्भुत प्रतिभा है, वे बड़े-बड़े पदों पर पहुँच सकते हैं। उन्होंने बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग और अन्य कलाकृतियों की सराहना की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने जन्म दिवस पर एसओएस बालग्राम निकेतन के बच्चों से भेंट कर बच्चों के लिए खेल और अन्य सामग्री संस्था को भेंट की। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया, संस्था के पदाधिकारी और जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों से चर्चा के दौरान उनके प्रश्नों और जिज्ञासाओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि जब मैं छोटा था तब मजदूरों के हित में कुछ करने का विचार आया। लोगों के लिए मेहनत करने और उनके हित में काम करने के लिए जुटे रहे। उन्होंने कहा कि बड़ा लक्ष्य हासिल करने के लिए मेहनत करना पड़ती है। मेहनत करने से ही सफलता मिलती है। आप भी खूब मेहनत करो तो सफलता जरुर मिलेगी। उन्होंने बच्चों को अच्छी पढ़ाई करने एवं आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत करोगे तो उच्च पद भी प्राप्त कर सकते हो।
बच्चों ने किए मुख्यमंत्री से सवाल
         छात्रा गीता पाराशर ने पूछा आप अपना बर्थ-डे कैसे मनाते हैं। उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैंने आज सुबह पौधा लगाया। साथ ही प्रतिदिन पौधे लगाने का प्रण भी लिया है। उन्होंने बच्चों से कहा कि पेड़ नहीं काटना चाहिए, बल्कि पेड़ लगाना चाहिए। यह हमें ऑक्सीजन देते हैं। पशु-पक्षी और जीव- जंतुओं को भी पेड़ कुछ न कुछ देते हैं।
         छात्र युवराज ने पूछा कि मामा जी आपकी रुचि कौन-कौन से खेलों में रही है। इसके जवाब में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गाँव में खेले गए खेलों के बारे में बताते हुए कहा कि कब्बडी, गिल्ली-डंडा, लुका-छिपी का खेल खेला करते थे। वॉलीबाल, क्रिकेट भी खेला है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए खेलना बहुत जरूरी है। उन्होंने बच्चों को समय पर उठने और सोने की सीख दी।
         कु. नंदनी ने पूछा आपके आदर्श कौन हैं। इसके जवाब में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श बताया। उन्होंने कहा कि स्वामी जी के शब्द मुझे हमेशा उत्साह से भरते हैं। मुख्यमंत्री ने बच्चों को स्वामी विवेकानन्द की पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन करें और कभी अपने आपको अकेला नहीं समझें।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी बच्चों के साथ ग्रुप फोटो खिंचवाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को बच्चों ने स्वयं निर्मित पेंटिंग, फोटो और अन्य वस्तुएँ भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों को मुख्यमंत्री निवास आने का निमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान बालग्राम में फेमिली हाउस भी गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान के बालग्राम में पहुँचने पर रंगबिरंगी पौशाक पहने बच्चों ने उनका उत्साह और हर्षोल्लास से स्वागत किया और जन्म-दिन की बधाई दी।

शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों को 31 प्रतिशत डीए अप्रैल माह से : मुख्यमंत्री श्री चौहान
लाड़ली लक्ष्मी को कॉलेज में प्रवेश पर देंगे 25 हजार रूपये की एक मुश्त राशि
भोपाल । मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अप्रैल माह से शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों को मिलने वाला महंगाई भत्ता 31 प्रतिशत की दर से दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना की हितग्राही बालिकाओं को कॉलेज में प्रवेश लेने पर एक मुश्त 25 हजार रूपये की सहायता राशि और दी जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज विदिशा जिला मुख्यालय स्थित श्री बाढ़ वाले गणेश मंदिर पर उनके जन्म-दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने जन्म-दिन पर धर्मपत्नि श्रीमती साधना सिंह के साथ विदिशा पहुँचकर श्री बाढ़ वाले श्री गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना की और मंदिर परिसर में जारी हवन यज्ञ में शामिल होकर आहूतियाँ दीं। उन्होंने मंदिर में भण्डारे में भोजन प्रसादी ग्रहण कर रहे धर्माबलंवियों को भोजन-प्रसादी भी परोसी। इस दौरान उन्होंने संवाद भी किया।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंदिर परिसर में रूद्राक्ष का पौधा लगाया और सामान्यजनों से अपने-अपने जन्म-दिन के उपलक्ष्य में पौध-रोपण करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मानव जीवन के लिए हरे-भरे पेड़ पौधे आवश्यक हैं। इसलिए हर व्यक्ति को न केवल पौध-रोपण जरूर करना चाहिए बल्कि पौधों को सुरक्षित रखने के लिए भी पहल करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वृक्ष मानव सहित अन्य सभी को जीवन भर देने का कार्य करते हैं।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार गरीबों और किसानों की है। गरीब कल्याण के लिए योजनाएँ संचालित की जा रही हैं।
साधु-संतों से लिया आशीर्वाद
         जन्म-दिन कार्यक्रम में मंदिर में पधारे साधु-संतों ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को फूल-माला पहनाकर आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को जन-प्रतिनिधियों औरगणमान्य नागरिकों ने भी जन्म-दिन की शुभकामनाएँ दी।
रक्तदान करने वालों का आभार माना
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उनके जन्म-दिन पर 371 यूनिट रक्तदान करने वाले सभी नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि दूसरों की भलाई करने से बड़ा कोई धर्म नहीं है और यदि जीवन बचाने के लिए हम रक्तदान करते हैं तो इससे बड़ा दान और क्या हो सकता है।
यूक्रेन से लौटी छात्रा सृष्टि ने दी जन्म-दिन की शुभकामनाएँ
         यूक्रेन से लौटी बासौदा की छात्रा कुमारी सृष्टि सोनी ने विदिशा में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से भेंट कर उन्हें जन्म-दिन की शुभकामनाएँ दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सृष्टि को आशीर्वाद दिया और उसकी कुशलक्षेम पूछी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन्म-दिन पर सलकनपुर में सपत्नीक पूजा-अर्चना कर पौधे लगाए
पेड़ लगाना पृथ्वी को बचाने का अभियान : मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी से अपने जन्म-दिन पर पेड़ लगाने की अपील की
सलकनपुर।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने जन्म-दिन पर सपत्नीक सलकनपुर में देवी विजयासन की पूजा-अर्चना कर देश और प्रदेश की शांति और समृद्धि की प्रार्थना की। साथ ही पौध-रोपण भी किया।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पेड़ लगाना पृथ्वी को बचाने का अभियान है। यह अत्यंत पुनीत कार्य है। इस पवित्र सामाजिक अभियान को सफल बनाने के लिए मैं रोज एक पेड़ लगाता हूँ। आप सब इस कार्य में पूरा सहयोग करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं अपने जन्म-दिन पर आप सभी से आग्रह और अपील करता हूँ कि अधिक से अधिक पौध-रोपण करें, यही मेरे लिये सच्चा उपहार और शुभकामनाएँ होंगी।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ वातावरण देने के लिए पेड़ लगाना जरूरी है। हम सभी रोज एक पेड़ लगाएँ, तो निश्चित ही पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी। उन्होंने सभी से अपने जन्म-दिवस पर पौधा लगाने की अपील की।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हर गाँव तथा नगर का गौरव दिवस मनाया जाना चाहिए। गाँव तथा नगरों के विकास और उन्हें सुंदर बनाने के लिये सरकार के साथ नागरिकों को भी जिम्मेदारी लेनी होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी जन-प्रतिनिधियों और नागरिकों से अपील की है कि वे अपने गाँव, नगर का गौरव दिवस मनाने के लिए तिथि निर्धारित करें और सभी मिल कर विकास की इबारत लिखें।
         सांसद श्री रमाकांत भार्गव, प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, श्री गुरु प्रसाद शर्मा, श्री रघुनाथ सिंह भाटी, अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति विकास निगम श्रीमती निर्मला बारेला, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री रवि मालवीय सहित जन-प्रतिनिधि, कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर तथा एसपी श्री मयंक अवस्थी सहित अनेक नागरिकों ने पौध-रोपण कर मुख्यमंत्री श्री चौहान को जन्म-दिन की बधाई और शुभकामनाएँ दी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के जन्म-दिवस पर 108 पौधे लगाए
         मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के जन्म-दिवस पर जन-प्रतिनिधियों तथा नागरिकों ने करंज, कदम, कचनार, नीम, सप्तपर्णी, रुद्राक्ष और पारिजात सहित 108 पौधे लगाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के जन्म-दिवस पर रक्तदान शिविर
         मुख्यमंत्री श्री चौहान के जन्म-दिवस पर सलकनपुर में रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। शिविर में 225 व्यक्तियों ने रक्तदान किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रक्तदान महादान है। रक्तदान से जरूरतमंद व्यक्ति के जीवन को बचाया जा सकता है। उन्होंने जन्म-दिवस अथवा अन्य महत्वपूर्ण तिथियों पर रक्तदान तथा पौध-रोपण करने की अपील की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने जन्म दिवस पर किया पौध-रोपण
लगाए बरगद, पीपल और नीम के पौधे
परिवार के सदस्य भी सम्मिलित हुए पौध-रोपण में
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सफाई कर्मियों के साथ भी किया पौध-रोपण
नरसिंहपुर, 06 मार्च 2022. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने जन्म-दिवस पर स्मार्ट उद्यान में बरगद, पीपल और नीम का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने जन्म दिवस का आरंभ पौध-रोपण से किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह तथा पुत्र श्री कुणाल के साथ बरगद, खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा सहित श्री राघवेंद्र शर्मा तथा श्री सुमित पचौरी के साथ पीपल और सफाई कर्मियों के साथ नीम का पौधा लगाया। सफाई कर्मियों में श्रीमती पार्वती बाई, श्रीमती नंदाबाई, श्री अरविंद और श्री जीतेंद्र पौध-रोपण में शामिल हुए।
         उल्लेखनीय है कि नगर निगम, भोपाल के सफाई मित्र हर समय, हर परिस्थिति में राजधानी भोपाल को साफ, स्वच्छ बनाने और नागरिकों को स्वस्थ्य वातावरण उपलब्ध कराने में तत्पर रहते है। सफाई मित्र पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी लगातार कार्य करते है और शासन, प्रशासन के विभिन्न अभियान एवं कार्यक्रमों में पौध-रोपण करके सक्रिय सहयोग प्रदान करते है।
पौधों का महत्व
         बरगद के पेड़ को वट वृक्ष या बड़ भी कहा जाता है। बरगद का धार्मिक महत्व है, साथ ही आयुर्वेद के अनुसार बरगद के पेड़ से कई बीमारियों का इलाज संभव है। पीपल एक छायादार वृक्ष है। यह पर्यावरण शुद्ध करता है। इसका धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व भी है। इस वृक्ष की सकारात्मक ऊर्जा को देखते हुए ऋषि-महात्माओं नें पीपल वृक्ष के नीचे बैठ कर तप किया और ज्ञान अर्जित किया। एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर नीम को सर्वोच्च औषधि के रूप में जाना जाता है। नीम स्वाद में भले ही कड़वा हो, लेकिन इससे होने वाले लाभ अमृत के समान होते हैं। पर्यावरण की दृष्टि से भी नीम बहुत उपयोगी है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री श्री शंकर महास्वामी जी से प्राप्त किया आशीर्वाद
भोपाल।. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल प्रवास पर आए श्री श्री शंकर महास्वामी जी महाराज मठाधिपति, यडतोरे श्री योगानंदेश्वर सरस्वती मठ कृष्णराजनगर, मैसूर (कर्नाटक) से वीआईपी विश्राम गृह में भेंटकर आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह और पुत्र कुणाल सिंह भी उपस्थित थे। स्वामी जी ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को जन्म वर्षगाँठ पर यशस्वी जीवन के लिए बधाई और शुभकामनाएँ दीं।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वामी जी को ओंकारेश्वर में शंकराचार्य जी की प्रतिमा की स्थापना और संपूर्ण क्षेत्र के विकास की परियोजना का विस्तृत विवरण भी प्रदान किया। स्वामी जी ने इस प्रकल्प के लिए मध्यप्रदेश शासन द्वारा की गई पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान की सराहना की।
         श्री श्री शंकर महास्वामी जी संस्कृति विभाग के आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास की शंकर व्याख्यानमाला के तहत भारत भवन, भोपाल में आमंत्रित थे। उन्होंने शुक्रवार 4 मार्च को श्रोताओं को संबोधित किया। श्री श्री शंकर महास्वामी जी ने वेदांत के शोध अध्ययन और प्रचार-प्रसार के लिए वेदांत भारती की स्थापना की है।

सफाई मित्रों को मिलेगा 150 रूपए मासिक जोखिम भत्ता – मुख्यमंत्री श्री चौहान
स्टार रेटिंग के आधार पर दिए जाएंगे सफाई मित्रों को चार पुरस्कार
एक हजार से लेकर सात हजार रूपए की मिलेगी पुरस्कार राशि
की पुरस्कार राशि में 25 करोड़ रूपये का प्रावधान
सफाई के कार्य में लगे लोगों का सेवा भाव प्रशंसनीय
शहर को साफ रखने वाले सफाई मित्र मेरे लिए पूज्यनीय
भोपाल।. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शहरों, कस्बों और ग्रामों को स्वच्छ रखने वाले सफाई मित्र मेरे लिए पूज्यनीय हैं। सफाई मित्रों के पसीना बहाने के फलस्वरूप ही स्वच्छता बनी रहती है। यह सबसे बड़ा काम है। यदि सफाई मित्र यह काम न करें, तो शहर बीमार हो जाएंगे। इनका सेवा भाव प्रशंसनीय है।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपनी जन्म वर्ष गाँठ पर स्थानीय मोतीलाल नेहरू विज्ञान महाविद्यालय खेल मैदान में सफाई मित्रों को भोजन परोसा, उनका सम्मान किया, सार्वजनिक कार्यक्रम में दो सफाई मित्रों श्री छोटेलाल और श्रीमती निर्मलाबाई के पैर धोकर (पाद प्रक्षालन कर) उनके साथ बैठकर भोजन भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्याओं के पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में कचरा मुक्त शहर के लिए स्टार रेटिंग के आधार पर सफाई मित्रों को प्रोत्साहन दिया जाएगा। इसके लिए चार पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। साथ ही सफाई मित्र को प्रतिमाह 150 रूपए का जोखिम भत्ता भी दिया जाएगा। पुरस्कारों के लिए 25 करोड़ रूपए की राशि का प्रावधान होगा।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी सफाई मित्रों का मैं हृदय से सम्मान करता हूँ। आज का कार्यक्रम सिर्फ कर्मकाण्ड नहीं है। सफाई मित्रों ने अपनी मेहनत से प्रदेश के ग्रामों, नगरों और कस्बों को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में पूरा सहयोग दिया है। इसलिए आज सफाई मित्रों को सेवा सम्मान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज अपनी जन्म वर्ष गाँठ पर पहले मैंने पौधा लगाया, फिर सफाई और श्रमदान का कार्य कर सफाई मित्रों के पैर धोने और उनके साथ भोजन करने के इस कार्यक्रम में शामिल हो रहा हूँ।
प्रधानमंत्री श्री मोदी हैं प्रेरक
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी स्वच्छता के मामले में हम सभी के प्रेरक हैं। शहरों के साथ ही सभी स्थानों में स्वच्छता और सुंदरता का महत्व है। बापू ने भी कहा था कि जहाँ स्वच्छता होती है वही भगवान रहते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पूरे देश में स्वच्छता अभियान चलाया है। उनके आव्हान पर देशवासी सार्वजनिक स्वच्छता के महत्व को समझकर अपने आस-पास और अपने ग्राम, नगर को स्वच्छ बनाए रखने का पूरा प्रयत्न करते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों से आव्हान किया कि वे स्वच्छता के मामले में अपने कर्त्तव्य का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सफाई मित्रों के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई सहित अन्य कठिनाइयों को दूर करने के प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए पृथक से समस्याओं का अध्ययन कर समाधान की राह निकालेंगे।
स्टार रेटिंग पर एक से सात हजार रूपए की राशि मिलेगी सफाई मित्र को
         मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में कचरा मुक्त शहर के सफाई मित्रों को स्टार रेटिंग के आधार पर पुरस्कार राशि दी जाएगी। इन पुरस्कारों में एक स्टार प्राप्त करने वाले शहरों के प्रत्येक सफाई मित्र को एक हजार रूपए, तीन स्टार प्राप्त करने वाले शहरों के प्रत्येक सफाई मित्र को तीन हजार, पाँच स्टार प्राप्त करने वाले शहरों के प्रत्येक सफाई मित्र को पाँच हजार रूपए और सात स्टार प्राप्त करने वाले शहरों के प्रत्येक सफाई मित्र को सात हजार रूपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी। सफाई मित्रों के लिए प्रतिवर्ष 12 करोड़ रूपए की राशि जोखिम भत्ते पर व्यय होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक सफाई मित्र अपने शहर को 5 स्टार या 7 स्टार दिलवाने का प्रयास करें। नागरिक भी सहयोग करें। हमारे सफाई कर्मी अब हमारे सफाई मित्र हैं और ये सफाई मित्र के नाम से ही पहचाने जाएंगे। विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा, श्री सुमित पचौरी और जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
         नगरीय क्षेत्रों में कचरे के प्रबंधन के लिए गारबेज फ्री सिटी की अवधारणा पर वर्ष 2020 से स्वच्छ भारत में अमल किया जा रहा है। इसके लिए नगरों के मूल्यांकन मानदंड निर्धारित हैं। इसमें कचरे के प्रबंधन के स्तर के अनुसार 1, 3, 5 और 7 स्टार की रैंक नगरीय निकायों को प्रदान की जाती है। इसमें घर से निकलने वाले कचरे का संग्रहण, परिवहन, प्र-संस्करण और वैज्ञानिक ढंग से निपटान को प्रमुख आधार बनाया गया है। इसके अलावा व्यावसायिक और आवासीय इलाकों में प्रतिदिन झाडू़ लगाने, नगरीय क्षेत्रों के जल संरचनाओं की सफाई, उद्यानों के विकास और निर्माण का परीक्षण किया जाता है। प्रदेश में इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल, रीवा और सागर में विभिन्न तरह के 61 हजार 142 सफाई मित्र कार्य कर रहे हैं। खुले में शौच की समस्या से मुक्त होकर स्वच्छता के अभियान को आगे बढ़ाते हुए ओडीएफ प्लस और ओडीएफ प्लस प्लस के साथ ही वॉटर प्लस के मानदंड भी तय किए गए हैं। वॉटर प्लस प्राप्त करने के लिए निकायों को प्रदान किए गए जल प्रदाय को 100 प्रतिशत उपचारित कर 25 प्रतिशत पुन: उपयोग सुनिश्चित करना होता है।
         कार्यक्रम में बताया गया कि निकायों द्वारा जीरो वेस्ट सिद्धांत पर कचरा उत्सर्जन का कार्य किया जा रहा है। आज एमवीएम ग्राउंड पर हुए इस कार्यक्रम में भोजन के बाद अविलंब तत्काल गीला और सूखा कचरा एकत्र कर उसका आवश्यक प्रबंधन किया जाएगा। प्रमुख सचिव नगरीय विकास श्री मनीष सिंह, प्रमुख सचिव जनसंपर्क श्री राघवेन्द्र सिंह, आयुक्त नगरीय विकास श्री निकुंज श्रीवास्तव, संचालक जनसंपर्क श्री आशुतोष प्रताप सिंह, कलेक्टर भोपाल श्री अविनाश लवानिया उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन्म-दिवस पर स्वयं कचरा उठाकर दिया स्वच्छता का संदेश
स्वच्छता गतिविधियों में हुए सम्मिलित
भोपाल की बीजासेन बस्ती में किया गीले और सूखे कचरे का पृथक-पृथक संकलन
स्वच्छता अभियान की सफलता के लिए प्रत्येक नागरिक का सहयोग आवश्यक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सफाई गतिविधियों का दायित्व बोध विकसित करने जन्म-दिवस पर प्रस्तुत किया उदाहरण
स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छता आवश्यक
भोपाल।मुख्यमंत्रीश्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सफाई का कार्य सबसे महत्वपूर्ण है। इसे छोटे काम के रूप में हेय दृष्टि से देखना उचित नहीं है। स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छता आवश्यक है। सारी गंदगी हटाकर हमारी गलियों और नगरों को स्वच्छ रखने वाले सफाई मित्रों को मैं प्रणाम करता हूँ। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश को स्वच्छता का मंत्र दिया है। हमें स्वच्छ भारत बनाना है, तो सफाई के कार्य को सम्मान की दृष्टि से देखना होगा और सफाई की गतिविधियों में प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं भी भाग लेना होगा।
         मुख्यमंत्रीश्री चौहान ने कहा कि जन-जन को सफाई गतिविधियों के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से ही मैंने अपने जन्म-दिवस के अवसर पर बीजासेन बस्ती आकर सफाई की है। घरों से गीला और सूखा कचरा एकत्र कर कचरा वाहन में इसे पृथक-पृथक डाला है। इसका निरंतर अनुसरण करने के लिए जन-सामान्य को प्रेरित करना ही इस गतिविधि का उद्देश्य है। मुख्यमंत्री श्री चौहान अपने जन्म-दिवस पर भोपाल की बीजासेन बस्ती में नगर निगम के सफाई मित्रों के साथ स्वच्छता कार्य करने के उपरांत उपस्थित जन-समुदाय को संबोधित कर रहे थे।
         मुख्यमंत्रीश्री चौहान ने कहा कि स्वच्छता होगी तो बीमारी भी कम होगी। गंदगी से कीटाणु बढ़ते हैं, बीमारी बढ़ती है और बीमारी में स्वास्थ्य के साथ धन की भी हानि होती है। अतः घर को साफ रखें, घरों का कचरा निर्धारित डिब्बों में रखें और कचरा वाहनों में पृथक-पृथक डालें।
         मुख्यमंत्रीश्री चौहान ने कहा कि अपने घर, गली-मोहल्ले, गाँव और शहर को साफ रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को दायित्व बोध विकसित करना होगा। इंदौर की तरह ही भोपाल को भी स्वच्छता में श्रेष्ठ बनाना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वच्छता के साथ वर्ष में एक बार पौध-रोपण के लिए भी प्रेरित किया। बीजासेन बस्ती में संचालित स्वच्छता गतिविधियों में पूर्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, पूर्व नगर निगम सभापति श्री रामदयाल प्रजापति तथा जन-प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान को जन्म-दिवस की दीं शुभकामनाएँ
भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के जन्म-दिवस पर मंत्रीगण,  जन-प्रतिनिधियों, अधिकारियों,  कार्यकर्ताऔरजन-सामान्यने शुभकामनाऍदी। मुख्यमंत्री निवास में विभिन्न समाज के व्यक्ति मुख्यमंत्री श्री चौहान को जन्म-दिवस की बधाई देने के लिए एकत्र हुए। आगंतुकों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान से भेंट कर उनकी दीर्घायु और स्वस्थ एवं सुखद जीवन की कामना की। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी उपस्थित थी।
         मुख्यमंत्री श्री चौहान से जलसंसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट,  वन मंत्री कुंवर विजय शाह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा, जन-प्रतिनिधि श्री भगवानदास सबनानी, श्री राहुल कोठारी सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भेंट कर जन्म-दिन की शुभकामनाएँ दी।

Aditi News

Related posts