जगत पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्री सुधासागर जी महाराज का कुंडलपुर में भव्य मंगल प्रवेश,मुनि संघों का हुआ मंगल मिलन
कुंडलपुर दमोह। सुप्रसिद्ध सिद्ध क्षेत्र जैन तीर्थ कुंडलपुर की पावन वसुंधरा पर विश्व वंदनीय संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य जगतपूज्य ,तीर्थोद्धारक निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्री सुधा सागर जी महाराज का ससंघ भव्य मंगल प्रवेश हुआ। इस अवसर पर उनकी भव्य अगवानी में देशभर से हजारों श्रद्धालु भक्त जुटे ।पटेरा ग्राम के जैन मंदिर से जैसे ही मुनिश्री ने कुंडलपुर की ओर बिहार किया पटेरा से लेकर कुंडलपुर तक जन सैलाब पूरे रास्ते में मुनिश्री की भव्य अगवानी में पलक पांवडे बिछाए नाचते गाते, नारे लगाते हुए चल रहा था। आगरा, कानपुर झांसी, ललितपुर, अशोकनगर, जबलपुर, बीनागंज, सागर, सांगानेर सहित अनेकों स्थानों से मुनिश्री के भक्त एवं शिवरार्थी बड़ी संख्या में आए ।ज्ञानोदय परिवार नारेली से सुसज्जित रथ गुरुवर हमको तारों राजस्थान पधारो का अलख जागता हुआ चल रहा था । शिव शक्ति डमरू पार्टी सागर एवं मुगावली बैंड पार्टी जनाकर्षण का केंद्र रही।जन समुदाय नारे लगा रहा था देखो देखो कौन आया जिनशासन का शेर आया। मुनि श्री की भव्य अगवानी में जन सैलाब उमड़ पड़ा। मीडिया प्रभारी जयकुमार जैन जलज ने बताया कि कुंडलपुर प्रवेश द्वार पर कुंडलपुर में पूर्व से विराजित सभी साधुओं का भव्य मंगल मिलन हुआ ।इस अवसर पर कुंडलपुर में पूर्व से विराजित निर्यापक मुनि श्री प्रसादसागर जी, निर्यापक मुनि श्री अभय सागर जी ,निर्यापक मुनि श्री संभव सागर जी, मुनि प्रमाण सागर जी, मुनि श्री प्रभात सागर जी, मुनि श्री चंद्रसागर जी, मुनि श्री प्रणम्यसागर जी ,मुनि श्री आनंद सागर जी, मुनि श्री निर्णय सागर जी ,मुनि श्री अजितसागर जी, मुनि श्री विनम्रसागर जी ,मुनि श्री विशदसागर जी ,मुनि श्री विराटसागर जी, आर्यिकारत्न श्री तपोमती माताजी ,आर्यिका श्री ऋजुमति माताजी, आर्यिका श्री चिंतनमति माताजी, आर्यिका श्री सौम्यमति माताजी ससंघ सभी शिष्यों का अभूतपूर्व मंगल मिलन हुआ ।इस अवसर पर कुंडलपुर क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष चंद्रकुमार सराफ, संयोजक वीरेश सेठ ,सहसंयोजक सुधा मलैया सहित पदाधिकारी सदस्यों के साथ, महोत्सव समिति के प्रभारी सदस्य ,उपस्थित हजारों भक्तगण, ब्रह्मचारी भैया जी, दीदी जी ,कुंडलपुर जैन समाज, कुंडलपुर स्टाफ आदि की उपस्थिति रही।