नर्मदा परिक्रमा समापन पर विशाल भंडारे का हुआ आयोजन
तेंदूखेड़ा। मध्यप्रदेश की जीवनरेखा कहीं जाने वाली मां नर्मदा नदी का न केवल सांस्कृतिक महत्व है बल्कि धार्मिक महत्व भी अधिक है। मध्यप्रदेश के तीर्थ स्थल अमरकंटक से निकलकर यह गुजरात में खंभात की खाड़ी में विलय हो जाती है। हर साल अनेकों श्रद्धालु पवित्र नर्मदा नदी की परिक्रमा करते हैं। इसी तारतम्य में तेंदूखेडा क्षेत्र से नर्मदा परिक्रमा कर रहे श्रद्धालुओं की नर्मदा परिक्रमा का समापन विगत दिवस बरमान घाट पर हुआ। इस अवसर पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 1000 लोगों का भंडारा हुआ। कार्यक्रम में सद्गुरु वेद विद्यापीठ के संचालक आचार्य श्री चंद्रकांत चौबे जी के साथ वटुक ब्राम्हणों की गरिमामयी उपस्थिति रही, कोमल प्रसाद पटेल, गोरी बाई पटेल, चुन्नी लाल पटेल, यशोदा बाई पटेल, रम्मू घोषी, नर्मदी बाई, भागवत पटेल, मोती बाई पटेल, मालती बाई पटेल, लक्ष्मी बाई पटेल, नंदन गोस्वामी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।