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April 30, 2024
ADITI NEWS
शिक्षासामाजिक

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में कुशाभाऊ ठाकरे सभागार,

भोपाल में आयोजित महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमले का मार्गदर्शन, प्रोत्साहन एवं उत्प्रेरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महिला और बाल विकास मेरे लिए विभाग नहीं है मेरा अपना परिवार है। ये केवल प्रमाणपत्र आपको नहीं दिया है। मैंने मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ की जनता की ओर से आपका सम्मान किया है।

हमने एडॉप्ट एन आंगनवाड़ी अभियान चलाया और इसका मतलब ही ये है कि समाज को जोड़ दो। हम अपनी आंगनवाड़ी को आदर्श कैसे बना सकते हैं। बच्चे कुपोषित ना रहें। महिला बाल विकास विभाग ये संकल्प ले सकता है कि एक साल के अंदर कोई भी बच्चा कुपोषित नहीं सकता। हम करके दिखाएंगे।

आंगनवाड़ी में बच्चों की प्री—स्कूलिंग होगी। इच्छाशक्ति होनी चाहिए, जहां चाह होती है वहां राह को निकलना ही पड़ता है। एक जिद है मेरी लिंगानुपात बराबर करना है। 2011—2012 तक 912 बेटियां एक हजार बेटों पर जन्म लेती थीं। लाड़ली लक्ष्मी के कारण वह संख्या बढ़कर 956 हो गई है। ओवरऑल लिंगानुपात 970 पर पहुंच गया है। एक हजार बेटे पैदा हों, तो बेटियां भी एक हजार होना चाहिए।

राज्यस्तरीय पुरस्कार हर साल दिए जाएंगे, इसके साथ ही जिला स्तरीय पुरस्कार स्थापित किया जाए, प्रतिस्पर्धा होना चाहिए, कौन—सी आंगनवाड़ी सबसे अच्छी है। दिसम्बर के पहले रैंकिंग कर लें और उन्हें पुरस्कृत करने का काम करें। जिन साथियों को सम्मानित किया है उन्हें 25—25 हजार की सम्मन निधि भी दी जाएगी।

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