रिपोर्टर कमर राणा रायसेन देवरी
अलविदा जुमे की नमाज अकीदत के साथ अदा की ,देश में अमन-चैन के लिए मांगी दुआएं
रायसेन (देवरी)। माहे रमजान के आखिरी जुमे पर नगर की सभी मस्जिदों में अकीदत के साथ अलविदा जुमे की नमाज अदा की गई । साथ ही देश में अमन चैन की दुआ भी रोजेदारों ने मांगी।
रहमतों की बारिश वाले माहे रमजान में 3 अशरे होते हैं, पहला अशरा 10 दिन रहमत का, दूसरा अशरा 10 दिन मगफिरत, और तीसरा अशरा 10 दिन आग से खुलासी है।
इस तीसरे अशरे के आखिरी जुम्मा (शुक्रवार) पर नगर की सभी मस्जिदों में अलविदा जुमे की नमाज अदा की गई । अलविदा जुमे की नमाज के दौरान नगर के सभी मस्जिदों में सैकड़ों लोग शामिल हुए,। नगर की 3 मस्जिदें जामा मस्जिद, रेस्ट हाउस वाली मस्जिद, और अकबरी मस्जिद, में रोजेदारों को नमाज के सारे इंतजाम किए गए थे।
रमजान मुबारक की विदाई पर जामा मस्जिद में मुफ्ती नूर मोहम्मद कासमी, और रेस्ट हाउस वाली मस्जिद में आलिम रईस मोहम्मद ने खुतबा पढ़ने से पूर्व तकरीर की, और उन्होंने बताया कि जिसने माहे रमजान के 30 रोजे रखे उसे सवाब तो मिलेगा ही, साथ ही बड़े बड़े साइंटिस्टओ ने इस बात को साबित किया है कि रोजे (उपवास) रखने से कैंसर जैसी भयानक बीमारी से बचा जा सकता है। इसे साबित किया है जापान के वैज्ञानिक योशिनोरीओशोमी ने जिसे ऑटो फेगी पद्धति भी कहा जाता है।
जुमे की नमाज मुकम्मल होने के बाद देश में अमन चैन के लिए दुआएं मांगी।