जिला पुलिस मुंगेली छत्तीसगढ़ राज्य सहित कोलकाता(पश्चिम बंगाल), हैदराबाद(तेलंगाना) कई राज्यों में, की गई थी ठगी।*
*◼️थाना सरगांव की टीम द्वारा दिल्ली से किया गया गिरफ्तार*
◾ *स्पंज आयरन प्लांट खुलवाने का झांसा देकर की जाती थी ठगी*।
◼️ *थाना सरगांव में प्रार्थी से की गई थी 1 करोड़ 20 लाख की ठगी*
◾ *थाना सरगांव में अपराध क्रमांक 227/2020 धारा 420, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध।
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थी संजय अग्रवाल पिता नेतराम अग्रवाल साकिन लाईफ स्टॉइल मोवा रोड रायपुर के द्वारा एक लिखित आवेदन पत्र पेश कर रिपोर्ट दर्ज कराया कि ग्राम रामबोड़ सरगांव में हमारी स्पंज आयरन की फैक्ट्री जो वासुदेव ट्रेड लिंक के नाम से पंजीकृत है हमारे द्वारा दूसरी स्पंज आयरन की फैक्ट्री रामबोड सरगांव में लगाने हेतु कोल्हापुर महाराष्ट्र में अनसुल स्टील लिमिटेड के नाम से पंजीकृत स्पंज आयरन के प्लांट का सौदा अनिल गुप्ता परमवीर सिंह के माध्यम से बातचीत हुई । अनिल गुप्ता अनसुल स्टील लिमिटेड स्पंज आयरन प्लांट, आयरन प्लांट कोल्हापुर महाराष्ट्र को अपना बताते हुए हमसे प्लांट का सौदा 4,50,00,000 रूपये में हुआ जिसमें एंडवास के रूप में 1,20,00,000 रूपये उसके एकाउंट में अलग-अलग 05 किस्तो में दिया गया । अनिल गुप्ता रकम प्राप्त करने के बाद घुमाने लगा जो मुझसे 1,20,00,000 रूपये की धोखाधड़ी किया है कि रिपोर्ट पर थाना सरगांव में अपराध क्रमांक 227/2020 धारा 420, 34 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया है एवं पता तलाश शुरू किया गया ।
प्रकरण में विवेचना के लिये गठित टीम को आरोपी की गिरफ्तारी हेतु दिल्ली रवाना किया गया । आरोपी अनिल गुप्ता पिता स्व. श्री राधाकृष्ण गुप्ता उम्र 52 साल साकिन डी-1/300 न्यू कॉलोनी मयूर विहार फेस-3 दिल्ली को रेडियेन्ट ब्लू हॉटल दिल्ली से दिनांक 27.10.2022 के 14.00 बजे गिरफ्तार किया गया है । दिनांक 28.10.2022 को आरोपी को न्यायिक रिमाण्ड पर जेल दाखिल किया गया है । आरेापी अनिल गुप्ता के विरूद्ध कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में अपराध क्रमांक 277/22 धारा 120 बी, 406, 420, 465, 468, 469, 471 भादवि का 12,90,00,000 रूपये ठगी करने का अपराध दर्ज किया गया है तथा हैदराबाद (तेलंगाना) में 1,65,00,000 रूपये की ठगी करने का शिकायत भी दर्ज है । प्रकरण की विवेचना एवं आरोपियों की गिरफ्तार करने में निरीक्षक विश्वजीत सिंह थाना प्रभारी सरगांव, उपनिरीक्षक प्रमोद डनसेना, प्रआर 324 राजकुमार जांगड़े, प्रआर 346 बालीराम धु्रव, आरक्षक 137 अजीत परिहार, आरक्षक 298 संजय यादव, आरक्षक 200 उमेश सोनवानी एवं साईबर सेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।