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April 26, 2024
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किसान भाई डीएपी के विकल्प के रूप में एनपीके काम्पलेक्स उर्वरक का उपयोग करें

किसान भाई डीएपी के विकल्प के रूप में एनपीके काम्पलेक्स उर्वरक का उपयोग करें

नरसिंहपुर, 20 नवम्बर 2022. वर्तमान में जिले में रबी फसलों की बोनी जोरो पर है। जिले में गेहूं एक लाख 10 हजार हेक्टर, चना 88 हजार हेक्टर, मसूर 35 हजार हेक्टर, मटर लगभग 20 हजार हेक्टर एवं गन्ना 61 हजार हेक्टर में बोनी किया जाना प्रस्तावित है। जिले में चना एवं मसूर की लगभग 70 प्रतिशत बोनी हो चुकी है। गेहूं की बोनी अब जोरो पर पर है, अभी 35 प्रतिशत तक गेहूं की बोनी हो गई है, गेहूं की बोनी आगामी 15 दिवस में किसान भाई अधिकांशत: करने की स्थिति में हैं। गन्ना जिले में माह- नवम्बर से शुरूआत होकर माह मार्च-फरवरी तक होता रहा है। यह जानकारी उप संचालक कृषि श्री राजेश त्रिपाठी ने दी है।

 

उप संचालक कृषि ने बताया कि किसान भाई डीएपी के विकल्प के रूप में एनपीके काम्पलेक्स उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं। जिले में रबी फसल बोनी को दृष्टिगत रखते हुए पर्याप्त मात्रा रासायनिक खाद का भण्डारण कराया गया है जिसमें यूरिया 12463 मी.टन भण्डारण करते हुए 9017 मी.टन वितरण किया गया है, वर्तमान में 3445 मी.टन यूरिया जिले में उपलब्ध है। इसी प्रकार डीएपी 5515 मी.टन का भण्डारण करते हुए 4758 मी.टन का वितरण किया गया है तथा 756 मी.टन डीएपी शेष है। जिले में एनपीके की 800 मी.टन वितरण करते लगभग 2000 मी.टन शेष है। इसी प्रकार लगभग 4000 मी.टन एसएसपी भी जिले में उपलब्ध है। अभी वर्तमान में डीएपी की उपलब्धता जिले में कम है, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से डीएपी के बेहतर विकल्प के रूप में 20:20:0:13 एवं एसएसपी भी पर्याप्त भण्डारण है। किसान भाईयों को सलाह है कि 3 बोरी एसएसपी एवं 17 किग्रा यूरिया का मिश्रण करने पर एक बोरी डीएपी के बराबर तत्व की पूर्ति हो जाती है। साथ ही दलहनी फसलों हेतु यह डीएपी से बेहतर विकल्प है, क्योकि इसमें 11 प्रतिशत सल्फर की मात्रा भी फसल को अतिरिक्त मिलती है। इसी प्रकार 20:20:0:13 के उपयोग से भी फसलों अतिरिक्त रूप से सल्फर की पूर्ति होती है। सल्फर दलहनी फसलों की जडो में राइजोबियम की गठान में वृद्धि करता है जो जमीन में नाइट्रोजन की पूर्ति में सहायक होती है जिसमें मिटटी की उर्वरा शक्ति में वृद्धि होती है। इसी प्रकार गेहूं की बोनी करते समय 15:15:15 का एनपीके भी किसान भाईयों के लिए पर्याप्त मात्रा में भण्डा्रण कराया गया है। किसान भाई 2 बोरी 15:15:15, 1 बोरी एसएसपी एवं 1 बोरी यूरिया के मिश्रण को प्रति एकड बोनी के समय बेसल डोज के रूप में डालने पर उत्पादकता में वृद्धि होगी। इसी प्रकार गन्ने की फसल में भी बेसल डोज के रूप में 2 बोरी 15:15:15 एवं 2 बोरी एसएसपी को गन्ने में बेसल डोज के रूप में उपयोग करने पर डीएपी की आवश्यकता नहीं पडेगी, अपितु उससे बेहतर विकल्प के रूप में कारगार रहेगा।

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