बोलती कविता (विश्व कविता दिवस पर ) सुशील शर्मा
बोलती कविता (विश्व कविता दिवस पर ) सुशील शर्मा कविता एक पेंटिंग है एक चित्र जो बोलता है एक कविता वही कहती है। जो उसे कहना चाहिए कविता कभी वह नहीं कहती जो उसे नहीं कहना चाहिए। कविता मौन भी है चीख भी है। कविता अकेलेपन का सन्नाटा और भीड़......