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May 7, 2024
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नई उम्मीदों के साथ नए मध्यप्रदेश का निर्माण

नरसिंहपुर, 31 अक्टूबर 2022. संभावनाशील और अद्भुत प्रदेश मध्यप्रदेश के नागरिक होने का हमें गर्व है। मध्यप्रदेश के 67वें स्थापना दिवस पर सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ।

मध्यप्रदेश ने विकास और समृद्धि की एक लंबी यात्रा तय की है। इस यात्रा में हर वर्ग के नागरिकों का सहयोग और योगदान रहा है। विकास की इस यात्रा में नागरिकों ने कई चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया और सरकार के सहयोग से नए रास्ते और नए विकल्प खोज लिए। प्रदेश का स्थापना दिवस हमारे लिए एक उत्सव है। नागरिक स्वस्थ रहें, खुशहाल रहें और हर मुसीबत से दूर रहे। मध्यप्रदेश आत्म-निर्भर बनते हुए आर्थिक समृद्धि की राह पर आगे बढ़ रहा है। विकास के हर क्षेत्र में नई उपलब्धियाँ हासिल कर रहा है।

अर्थ-व्यवस्था में हर क्षेत्र और वर्ग की उत्साहपूर्वक भागीदारी हो रही है। यही कारण है कि कोविड-19 से उत्पन्न हुई विषम परिस्थितियों में भी मध्यप्रदेश की अर्थ-व्यवस्था न सिर्फ स्थिर रही बल्कि और मजबूती से आगे बढ़ी। अभी समृद्धि का लंबा सफर तय करना है। हमारी अर्थ-व्यवस्था के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें पूरी तैयारी रखना है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का सपना है कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थ-व्यवस्था बनाएँ, जिसमें हर वर्ग को विकास का लाभ मिल सके। मध्यप्रदेश इस उद्देश्य को पूरा करने में अपना योगदान देने के लिए निरंतर परिश्रम कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास के हर क्षेत्र के लिए योजनाएँ बनाई हैं। आज हमें परिणाम मिलना शुरू हो गए हैं। हर वर्ग लाभान्वित हो रहा है। केंद्र सरकार की अनूठी योजनाएँ, उदार वित्तीय सहयोग और प्रदेश की नवाचारी विकास रणनीतियाँ मिल कर एक नया मध्यप्रदेश बनाने में सहयोगी साबित हुई हैं। मध्यप्रदेश की आर्थिक गतिशीलता में अब कोई बाधा नहीं रहेंगी।

मध्यप्रदेश में दूरदर्शी नीतियों से कोरोना संक्रमण जैसे कठिन समय में अपनी क्षमता साबित कर दी है, जिससे अर्थ-व्यवस्था मजबूती से खड़ी रही। प्रदेश ने वैश्विक स्तर से उपजी चुनौतियों का भी पूरी क्षमता से सामना किया।

हम प्रदेश को डिजिटल इकोनामी बनाने की राह चल पड़े हैं। हमें पारंपरिक पद्धतियों से हट कर आधुनिक पद्धतियों को अपनाना होगा। प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था को भी पूरी तरह से डिजिटाइज़ करने का यह अनुकूल समय है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश की अर्थ-व्यवस्था हर क्षेत्र में विस्तार ले रही है। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे नए क्षेत्रों में भी निवेश हो रहा है। एमएसएमई क्षेत्र में तेजी से स्टार्ट-अप बढ़ रहे हैं। सकल राज्य घरेलू उत्पाद और प्रति व्यक्ति आय अभूतपूर्व रूप से बढ़ी है। अर्थ-व्यवस्था का आकार कई गुना बढ़ चुका है और आने वाले वर्षों में यह विशाल रूप ले लेगा। अर्थ-व्यवस्था के हर क्षेत्र में आत्म-निर्भरता हासिल करना और रोजगार के अवसर पैदा करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम नई उम्मीद और नई ऊर्जा से भरे हैं। हर वर्ग का सहयोग मिल रहा है। नए मध्यप्रदेश का निर्माण हो रहा है, जिसमें हर नागरिक की अपेक्षाएँ पूरी होंगी।

बेटियों, बहनों के कल्याण के लिए मध्यप्रदेश संकल्पबद्ध : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री चौहान केरल के कोल्लम में अमृतपुरी आश्रम के वार्षिक समारोह में शामिल हुए

नरसिंहपुर, 31 अक्टूबर 2022. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार बेटियों और बहनों के कल्याण के लिए संकल्पबद्ध है। जहाँ स्व-सहायता समूहों के माध्यम से बहनों को आर्थिक उन्नयन के अवसर दिए गए हैं, वहीं लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजनाएँ बेटियों के लिए वरदान बनी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज कोल्लम में अमृतपुरी आश्रम के 17वें वार्षिक समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी उपस्थित थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अमृतपुरी आश्रम में माता अमृतानंदमयी (अम्मा) से आशीर्वाद भी प्राप्त किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में कन्या जन्म को प्रोत्साहित किया गया है। प्रदेश में 43 लाख लाड़ली लक्ष्मी बेटियाँ हैं। इन्हें उच्च शिक्षा के लिए भी सहायता दी जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रावधानों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार आमजन की सेवा के लिए सक्रिय है। राग, द्वेष भूल कर सभी वर्गों के विकास के लिए कार्य हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी धर्मों और शास्त्रों का एक ही सार है। प्रत्येक व्यक्ति में परमात्मा के दर्शन किए जा सकते हैं। सृष्टि के कण-कण में परमात्मा विराजमान हैं। गोस्वामी तुलसीदास जी ने कहा था- सिया राम में सब जग जानी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहाकि अम्मा प्रेम, करूणा और दया की मूर्ति हैं। वे दीन-दुखियों की सेवा करती हैं। कहा भी गया है कि आप दीन-दुखियों की आँखों में देखें तो साक्षात ईश्वर के दर्शन होंगे। सचमुच अम्मा भी अमृत हैं। वे कई लोगों को नया जीवन दे रही हैं।

मध्यप्रदेश आकर प्रेम और करूणा का संदेश फैलाएँ अम्मा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अम्मा को मध्यप्रदेश आने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों की ओर से अम्मा का अभिनन्दन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अम्मा मध्यप्रदेश में आकर प्रेम, करूणा का संदेश और आशीर्वाद दें। मध्यप्रदेश में नर्मदा जी बहती हैं, जो सबको जल देती है। अम्मा मध्यप्रदेश आएँ और प्रेम, करूणा का जल और दया का सागर बहाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अम्मा पीड़ित मानवता की सेवा कर रही हैं। उन्होंने ऐसी बहनों की सेवा की है जिन्होंने अपने परिवार को खो दिया है। यह विचारणीय है कि सरकारें काफी बड़े बजट से अनेक योजनाएँ संचालित करती हैं। इन योजनाओं में प्रेम और करूणा का भाव भी सदैव शामिल रहे तो दुनिया में स्वर्ग उतर आएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस आश्रम में आकर हम धन्य हैं।

धूमधाम से मनाएंगे जनजातीय गौरव दिवस: मुख्यमंत्री श्री चौहान

नरसिंहपुर, 31 अक्टूबर 2022. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस के रूप में धूमधाम से मनाई जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जनजातीय गौरव दिवस 15 नवम्बर को मनाने के निर्णय के लिए मध्यप्रदेश सदैव ऋणी और आभारी रहेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ट्वीट कर कहा कि- आज यशस्वी प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देशवासियों से भारत की संस्कृति, जीवन-शैली, सौर ऊर्जा, युवाशक्ति, पर्यावरण-संरक्षण सहित मन की बात से अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने हमें सिखाया कि कैसे अपने परिवेश के साथ सद्भाव में रहना है और अपनी संस्कृति पर गर्व करना है। उनसे प्रेरित होकर उनके सपनों को पूरा करने और अपने जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने के लिए देश में कार्य हो रहा है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। प्रधानमंत्री श्री मोदी गत वर्ष 15 नवम्बर को मध्यप्रदेश आकर राजधानी भोपाल में दिवस में शामिल हुए थे। भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आदिवासी और जनजातीय समाज को एकजुट करने और देश को आजादी दिलाने के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया था। उनके योगदान का सदैव स्मरण करना हमारा दायित्व भी है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हैदराबाद में किया पौध-रोपण

नरसिंहपुर, 31 अक्टूबर 2022. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने दक्षिण भारत प्रवास के दौरान आज हैदराबाद (भाग्यनगर) स्थित हार्टफुलनेस संस्थान परिसर के कान्हा शांति वनम में महुआ और चंदन के पौधे लगाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान और रामचंद्र मिशन के पदाधिकारी पूज्य श्री कमलेश दाजी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान और अन्य सभी ने श्रमदान भी किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती का स्मरण किया

नरसिंहपुर, 31 अक्टूबर 2022. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने महर्षि स्वामी दयानंद सरस्वती की पुण्य-तिथि पर उनका स्मरण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हिंदू पुनर्जागरण के अखंड प्रकाश पुंज, आर्य समाज के संस्थापक, महान दार्शनिक स्वामी दयानंद सरस्वती जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने ट्वीट में कहा कि महर्षि की पंक्तियाँ “दुनिया को अपना सर्वश्रेष्ठ दीजिए और आपके पास सर्वश्रेष्ठ लौट कर आएगा” हमें अपना श्रेष्ठतम देने के लिए निरंतर प्रेरित करती रहेगी। महर्षि स्वामी दयानन्द सरस्वती का जन्म 12 फ़रवरी 1824 को टंकारा, गुजरात में हुआ। उन्होंने वेदों के प्रचार और आर्यावर्त को स्वतंत्रता दिलाने के लिए आर्य समाज की स्थापना की। उन्होंने वेदों की सत्ता को सदा सर्वोपरि माना। ‘वेदों की ओर लौटो’ यह उनका प्रमुख नारा था। उनका अवसान 30 अक्टूबर 1883 को हुआ।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डॉ. होमी भाभा को जन्म जयंती पर किया नमन

नरसिंहपुर, 31 अक्टूबर 2022. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय परमाणु ऊर्जा आयोग के प्रथम अध्यक्ष प्रसिद्ध वैज्ञानिक और पद्मभूषण से अलंकृत डॉ. होमी जहांगीर भाभा की जयंती पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सोशल मीडिया पर अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. भाभा का यह विचार कि “विश्व में अग्रणी भूमिका की आकांक्षा रखने वाला कोई देश अनुसंधान की उपेक्षा नहीं कर सकता” सर्वकालिक है। विज्ञान के माध्यम से राष्ट्र की सेवा करने वाले उनके जैसे सपूत सदैव युवाओं के प्रेरणा-स्रोत और मार्गदर्शक रहेंगे।“ डॉ. भाभा का जन्म मुंबई में 30 अक्टूबर, 1909 को हुआ। उन्हें भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम का जनक कहा जाता है। उन्होंने ‘टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ फंडामेंटल रिसर्च’ और ‘भाभा एटॉमिक रिसर्च सेण्टर’ की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

कर्म ऐसे हों, जो स्वयं और दूसरों का भी भला करें – मुख्यमंत्री श्री चौहान

प्रेम, करूणा और दया से परिपूर्ण हार्टफुलनेस कार्यक्रम अपने आप में संपूर्ण

मध्यप्रदेश को हार्टफुल स्टेट के रूप में विकसित किया जाएगा–पूज्य श्री कमलेश दाजी

मुख्यमंत्री श्री चौहान हैदराबाद में हार्टफुलनेस संस्थान के कार्यक्रम में हुए सम्मिलित

नरसिंहपुर, 31 अक्टूबर 2022. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भगवत गीता हमें जीवन से भागने नहीं अपितु सात्विक कार्यकर्ता के रूप में निरंतर कर्मरत रहने का संदेश देती है। आवश्यक यह है कि कर्म ऐसे हों, जो स्वयं के साथ-साथ दूसरों का भी भला करें। श्री रामचंद्र मिशन के पूज्य श्री कमलेश दाजी हार्टफुलनेस अभियान के माध्यम से हमें ज्ञान का प्रकाश और सदबुद्धि प्रदान करते हुए सन्मार्ग पर बने रहने की प्रेरणा दे रहे हैं। उनके दिखाए मार्ग पर चल कर हम अपने पारिवारिक और व्यावसायिक दायित्व निभाते हुए आध्यात्मिक प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर हो सकते हैं। उनके द्वारा प्रतिपादित आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की पद्धति अपने आप में संपूर्ण है। मुख्यमंत्री श्री चौहान हैदराबाद में हार्टफुलनेस संस्थान के कान्हा शांति वनम में आयोजित ध्यान सत्र के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में श्री रामचंद्र मिशन के पूज्य श्री कमलेश दाजी, श्रीमती साधना सिंह विशेष रूप से उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योग व ध्यान के माध्यम से नशे की लत को छुड़ाने की विधियों पर केन्द्रित पुस्तक “यस यू केन डू ईट” के हिंदी अनुवाद “जी, हाँ आप कर सकते हैं” का विमोचन किया। पुस्तक हार्टफुलनेस संस्थान द्वारा प्रकाशित की गई है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि केवल भौतिक प्रगति व्यक्ति को सुख और आनंद नहीं दे सकती। व्यक्ति अधिकतम आयु और सुख, शांति और आनंद से परिपूर्ण जीवन चाहता है। सभी विचार धाराएँ और पद्धतियाँ, सुख और आनंद की खोज की ओर जाती हैं। पूज्य दाजी द्वारा दिखाया गया मार्ग वर्तमान जीवन की व्यस्तताओं के बीच आध्यात्मिक उन्नति के उच्चतम सोपान तक पहुँचने और व्यक्ति की सुख, शांति और आनंद का मार्ग प्रशस्त करता है। हार्टफुलनेस कार्यक्रम प्रेम, करूणा और दया से परिपूर्ण है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री रामचंद्र मिशन द्वारा कृषि, पर्यावरण-संरक्षण, योग, ध्यान प्राणायाम के प्रसार के लिए संचालित गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मिशन ने प्रदेश में जावरा जिला रतलाम में पर्यावरण-संरक्षण के लिए अभियान चलाया है। मिशन के सहयोग से मध्यप्रदेश में शिक्षा, कृषि, पर्यावरण, जीवन निर्माण और नशामुक्ति के लिए गतिविधियाँ संचालित करने की योजना है।

पूज्य श्री कमलेश दाजी ने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा पर्यावरण-संरक्षण, शिक्षा, कृषि आदि के क्षेत्र में संचालित गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश के हृदय क्षेत्र मध्यप्रदेश को हार्टफुल स्टेट के रूप में विकसित किया जाएगा। पूज्य श्री दाजी ने कहा कि यदि व्यक्ति अशांत और चिंतित होगा तो वह सुखी रह ही नहीं सकता। सुख के लिए शांति आवश्यक है। शांति मनन से संभव है। मनन एकाग्र मस्तिष्क से संभव है, जो ध्यान से प्राप्त किया जा सकता है। अत: ध्यान से सुख का गहरा संबंध है।

 

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