बेटियों ने ज्ञापन सौंपकर अपराधी को समाज से बहिष्कृत व दंडित करने की मांग की,आदिवासियों का सम्मान भारत देश का सम्मान है – मुकेश बसेड़िया
विगत दिवस सीधी में हुई अमानवीय व पाशविक घटना से आक्रोशित व क्षुब्ध अनेक वर्षों से जंगलों में सेवा देने वाले समाजसेवी मुकेश बसेड़िया ने अपने इंस्टीट्यूट की छात्रा प्रतिनिधि मंडल की अध्यक्ष आरती ठाकुर, व अन्य बेटियों के साथ देश गृहमंत्री जी के नाम ज्ञापन सौंपा और अपराधी प्रवेश शुक्ला को कठोरतम सजा की मांग करते हुए समाज व देश से बहिष्कृत करने की मांग की ।
मुकेश बसेड़िया ने कहा कि समाज मे रहने का अधिकार सिर्फ इंसानों को है इस प्रकार के जघन्य अपराधी को नही । मैं स्वयं विगत 20 वर्षों के आदिवासी बेटियां की शिक्षा व सम्मान के साथ साथ आदिवासियों के निराश्रित देवतुल्य वृद्धजनो की पुत्रवत सेवा कर रहा हूं , इस अमानवीय घटना से मन काफी दुखी व आक्रोशित है। वही माँ विजयासन इंस्टीट्यूट की छात्रा शक्ति प्रतिनिधि मंडल की अध्यक्ष आरती ठाकुर , उपाध्यक्ष आरती कहार ने कहा कि प्रशासन व माननीय न्यायालय से अनुरोध है कि प्रवेश शुक्ला जैसे अपराधी को इतनी कठोरतम सजा मिले कि कोई दूसरा व्यक्ति इस प्रकार अपराध करने की हिम्मत न कर सके आदिवासी भाई भारतीय संस्कृति व प्रकृति संरक्षक के साथ साथ भोले भाले सीधे सादे होते है उनसे इस प्रकार का अमानवीय कृत्य असहनीय व दण्डनीय है ।
उल्लेखनीय है कि माँ विजयासन इंस्टीट्यूट की बेटियां समाजसेवी मुकेश बसेड़िया के संरक्षण में सदैव ही हर अपराध के प्रति अपनी आवाज उठाने के साथ साथ शहर के प्रत्येक स्वाथ्य शिविरों , धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजनो में अनेक वर्षों से निःशुल्क सहभागिता प्रदान करती है।
उपरोक्त अवसर पर कीर्ति विश्वकर्मा, आरती कहार, शिवानी , मोना कहार , विजय कौरव आदि ने अनुविभागीय दंडाधिकारी कार्यालय में उपस्थित होकर अनुविभागीय दंडाधिकारी राजस्व सृष्टि देशमुख गोंडा महोदया को ज्ञापन सौपकर शीघ्रता से फास्ट कोर्ट में न्याय की मांगकर कठोर कार्यवाही की मांग की।