नगरीय निकायों में सफाई का कार्य जारी
नरसिंहपुर। कलेक्टर श्री रोहित सिंह के निर्देश पर जिले के नगरीय निकायों में नालियों की सफाई एवं वार्डों में मच्छरों की रोकथाम के लिए दवाईयों का छिड़काव निरंतर किया जा रहा है। जिले के नगरीय निकाय करेली में नगर पालिका के अमले द्वारा विभिन्न वार्डों में नालियों की सफाई एवं गोटेगांव में मच्छरों की रोकथाम के लिए दवाईयों का छिड़काव किया गया।
राजस्व ग्राम में परिवर्तन के लिए कार्य जारी
नरसिंहपुर। शासन के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर श्री रोहित सिंह के मार्गदर्शन में आरआई व पटवारी दल द्वारा जिले के वन ग्रामों को राजस्व ग्राम में परिवर्तन किए जाने के दृष्टिकोण से राजस्व ग्रामों में परिवर्तित करने का कार्य किया जा रहा है।
इसी तरह जिले की चीचली उप तहसील के ग्राम भिलमाढाना एवं ग्वारी पंचायत के कुल 8 वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में परिवर्तित करने का कार्य किया जा रहा है। जिले के चीचली के दूरस्थ अंचल ग्राम पंचायत ग्वारी के अंतर्गत भैंसा, मुकुंदा, जामगांव एवं गणेशनगर आदि वनग्रामों के राजस्व ग्राम में परिवर्तित करने के लिए आरआई व पटवारी दल द्वारा नक्शा तैयार करने का कार्य किया जा रहा है।
खाद्य प्रसंस्करण योजनाओं में मिलेगा 10 लाख रूपये तक का अनुदान,स्थापित कर सकते हैं उत्पादन यूनिट
नरसिंहपुर। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के तहत अब 8 वीं पास और 18 वर्ष से अधिक के युवा बेरोजगार को खाद्य प्रसंस्करण यूनिट स्थापित करने के लिए अधिकतम 10 लाख रूपये तक का अनुदान देने की योजना लागू की गई है।
सहायक संचालक उद्यान श्री सुनील कुमार राय ने बताया कि इस योजना का लाभ लेकर जिले के युवा फल, सब्जी, मसाला, अनाज एवं अन्य खाद्य उत्पाद की यूनिट स्थापित कर सकते हैं। इस योजना में एक परिवार के एक व्यक्ति को ही लाभ दिया जायेगा। इस योजना के माध्यम से आम, आचार, अमचूर, जूस, अमरूद जैली, आंवला, नींबू आचार, मार्मलेड, पावडर, टमाटर कैचप, ड्राई टोमेटो, मिर्च सॉस, ड्राईचिली पाउडर, करेला जूस, आलू चिप्स, हल्दी, धनिया पावडर, अदरक सोंठ, प्याज का डिहाईड्रेशन, लहसून पेस्ट, अचार, आटा मिल, पोहा मिल, पल्वराईज्ड मिल, गीला मसाला व गीली दाल पीसने वाली चक्की, पापड़, पास्ता, नमकीन, कुरकुरे, टेस्टी, ब्रेड, टोस्ट, साबूदाना उद्योग, बड़ी, गुड़, तेल मिल, पेठा, गजक, चिक्की, पशु पोल्ट्री आहार, मछली पोल्ट्री फ्रीजिंग, मिल्क प्लांट, पनीर उद्योग, सोयाबीन का पनीर, घी उद्योग, एलोविरा प्लांट, मुनगा पत्ती पावडर, कैप्सूल, पिपरमेंट, मैंथा आईल, लेमन ग्रास, गुलाब जल उद्योग की यूनिट स्थापित की जा सकती है।
यूनिट स्थापित करने के लिए आधार नम्बर, पेन कार्ड, अंकसूची, मशीनरी के कोटेशन, तीन साल का आयकर रिर्टन (यदि हो तो), यूनिट स्थापित करने के लिए जमीन का खसरा, ऑनलाइन आवेदन की रसीद, बैंक पासबुक की छायाप्रति, बिजली बिल, भूमि का डायवर्सन, यदि पुराना उद्योग है, तो ऑडिट बैलेंस शीट तीन वर्ष की, यदि लोन है, तो छह माह का बैंक स्टेटमेंट, संस्था का पंजीयन, उद्योग आधार पंजीयन, जीएसटी रजिस्ट्रेशन, प्रोजेक्ट रिपोर्ट की आवश्यकता होगी। इस तरह जिले के युवा बेरोजगार खाद्य प्रसंस्करण के छोटे उद्योग ग्रामीण क्षेत्र एवं शहर क्षेत्र सभी जगह लगाकर अपना उद्योग चला सकते हैं।