गाडरवारा कृषि उपज मंडी में अन्नदाता अव्यवस्थाओं के बीच फसल बेचने मजबूर,जिम्मेदार नही दे रहे ध्यान, किसान हो रहे परेशान
गाडरवारा।कृषि प्रधान देश का अन्नदाता आज प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के कारण लुट रहा है। गाडरवारा तहसील की कृषि उपज मंडी अव्यवस्थाओं का पर्याय बनी हुई है। किसानों ने मंडी प्रशासन पर , अनाज की तौल में गड़बड़ी , अनाज की चोरी, हिम्मालों,दलालों द्वारा अवैध वसूली करना ,आवारा मवेशियों की धमा चौकड़ी , व्यापारियों द्वारा समय पर भुगतान न करने के गंभीर आरोप लगाए है । मंडी में आए दिन व्यापारियों तथा मंडी हम्मालों की किसानों के साथ तू – तू, मैं- मैं की बानगी देखी जा सकती है।मंडी में किसानों के साथ हो रही अनियमितताओं पर कोई कार्यवाही नहीं होना प्रशासनिक मिली भगत से इंकार नहीं किया जा सकता । तहसील के किसानों ने मंडी प्रशासन द्वारा की जा रही अनियमितताओं की शिकायत स्थानीय जन प्रतिनिधियों से की है।
उक्त विषय को लेकर जब हमने किसानो से चर्चा की तो किस का क्या कहना है आप भी पढ़िए
“कृषि उपज मंडी गाडरवारा में किसानों को अनाज बेचने के बाद समय पर भुगतान नहीं होता है ।”
अनिल नाईक कृषक ग्राम भटेरा
“समय – समय पर मंडी के कांटे की औचक निरीक्षण कर जांच की जानी चाहिए।”
रमेश विश्वकर्मा कृषक ग्राम भटेरा
“मंडी में आवारा मवेशी घूमते रहते है, मंडी में चारों तरफ गंदगी फैली रहती है।साफ सफाई की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए।”
कमलेश सेठ कृषक ग्राम पलोहा बड़ा
“मंडी के तौल कांटे की जांच समय समय पर की जानी चाहिए,। किसानों को बाहर के धर्मकांटे से तौल करानी पड़ती है अन्यथा मंडी के कांटे से किसान को चूना लगना तय है।”
रंजीत कौरव कृषक ग्राम महंगवा
” आए दिन मंडी में हम्मालों द्वारा अनाज की चोरी होती है ऐसा लगता है इसमें कुछ व्यापारियों की मिली भगत है ”
सुनील दुबे विधायक मीडिया प्रभारी
मंडी में अवस्थाएं भरपूर है, जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं जिसके चलते आज किसान परेशान है।