उज्जैन वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री सुबोध कुमार पाठक ने जानकारी दी कि वर्तमान में रबी फसलों की बोवनी द्रुत गति से पूर्णता की ओर है। कुछ किसानों ने अगेती बोवनी कर ली है। जो बचे हैं वे भी शीघ्रता से कर रहे हैं। उज्जैन विकास खण्ड में गेहूं की खेती बहुतायत से की जाती है। आलू, प्याज और लहसुन का भी बहुत बड़ा क्षेत्र है। इन फसलों के उत्पादन में उर्वरकों की बहुत बड़ी आवश्यकता होती है। उज्जैन एवं नजदीकी क्षेत्र के सभी किसानों को उर्वरक सहजता से, निर्धारित दरों पर, उच्च गुणवत्तायुक्त मिले, इस हेतु मध्य प्रदेश शासन कृषि विभाग के निर्देश अनुसार विकास खण्ड उज्जैन में स्थित सभी निजी उर्वरक विक्रेताओं और समितियों पर जहां-जहां उर्वरक उपलब्ध है, वहां ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर उर्वरक वितरण सुनिश्चित किया जा रहा है।
चालू सत्र में अभी तक गत वर्ष से अधिक उर्वरक वितरण किया जा चुका है और वरिष्ठ स्तर से सतत आवक जारी है। उर्वरक वितरण के साथ-साथ किसान भाईयों को कृषि आदान उच्च गुणवत्ता का प्राप्त हो, इसे सुनिश्चित करते हुए विकास खण्ड में अभी तक विक्रेताओं, उत्पादकों के प्रतिष्ठानों से बीज के 100 से अधिक नमूने एवं उर्वरक के 170 नमूने संकलित किये जाकर जांच हेतु प्रयोगशाला को भेजे जा चुके हैं तथा लगभग 75 से अधिक विक्रेताओं की फर्मों का निरीक्षण किया गया है। यदि कोई नमूना अमानक स्तर का मिलता है तो नियमानुसार सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जायेगी। नमूने लेने और निरीक्षण की यह प्रक्रिया जिला स्तरीय जांच दल द्वारा सतत जारी रहेगी।
क्षेत्र के किसानों से अपील है कि मिट्टी की जांच कराकर संतुलित उर्वरक का ही उपयोग करें। यदि कहीं अमानक जैसा या अधिक कीमत का उर्वरक विक्रय किया जाता है तो इसकी सूचना बिल सहित स्थानीय कृषि अधिकारी या श्री पाठक को मोबाइल नम्बर 9424016725 पर दी जा सकती है। किसान हर तरह के कृषि आदान क्रय करने का बिल विक्रेताओं से अनिवार्य रूप से लें।