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May 6, 2024
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नरसिंहपुर जिले के प्रमुख समाचार

जवाहर नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा का परिणाम ऑनलाइन घोषित
नरसिंहपुर। जवाहर नवोदय विद्यालय की कक्षा छठवीं में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन शनिवार 30 अप्रैल 2022 को किया गया था, जिसका परीक्षा परिणाम 8 जुलाई को ऑनलाइन घोषित कर दिया गया है। अभ्यर्थी अपना परीक्षा परिणाम नवोदय विद्यालय की वेबसाइट www.navodaya.nic या केन्द्रीय विद्यालय शिक्षा बोर्ड की वेबसाइट https://www.nvodaya.gov.in/nvs/nvs-school/NARSINGHPUR/hi/about_us/About-JNV/ पर देख सकते हैं।
प्राचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय बोहानी ने जिले के उन सभी अभ्यर्थियों को सूचित किया है, जिन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय की कक्षा छठवीं में प्रवेश के लिए भाग लिया था, वे उक्त वेबसाइट पर जाकर परीक्षा परिणाम देख सकते हैं।

जिले में अब तक 148.2 मिमी वर्षा दर्ज
नरसिंहपुर,।नरसिंहपुर जिले में एक जून से 9 जुलाई तक की अवधि में औसत रूप से कुल 148.2 मिमी अर्थात 5.83 इंच वर्षा दर्ज की गयी है। 9 जुलाई की सुबह तक बीते 24 घंटे में जिले में औसतन 11.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। इस दिन तहसील नरसिंहपुर में 10 मिमी, गोटेगांव में 22 मिमी, करेली में 10 मिमी और तेंदूखेड़ा में 17 मिमी वर्षा आंकी गई है।
अधीक्षक भू- अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार 9 जुलाई तक तहसील नरसिंहपुर में 137 मिमी, गाडरवारा में 87 मिमी, गोटेगांव में 230 मिमी, करेली में 89 मिमी और तेन्दूखेड़ा में 198 मिमी वर्षा आंकी गई है।
इसी अवधि में पिछले वर्ष जिले में औसतन 349.60 मिमी अर्थात 13.76 इंच वर्षा हुई थी। इस अवधि में पिछले वर्ष तहसील नरसिंहपुर में 356 मिमी, गाडरवारा में 398 मिमी, गोटेगांव में 256 मिमी, करेली में 303 और तेन्दूखेड़ा में 435 मिमी वर्षा हुई थी।

किसान खुद कर सकेंगे 15 अगस्त तक गिरदावरी
नरसिंहपुर। राज्य शासन के किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा बताया गया है कि किसान ई – गिरदावरी अपनाएं, खेत से ही स्वयं फसल की जानकारी दर्ज कराएं और समय – सीमा में फसल की जानकारी 1 अगस्त से 15 अगस्त 2022 तक दर्ज कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि गिरदावरी की उपयोगिता प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभ के लिए किसान क्रेडिट कार्ड, फसल ऋण एवं कृषि ऋण न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपज उपार्जन के लिए, फसल हानि की स्थिति के आंकलन में आवश्यक कृषि योजनाओं के विभिन्न आवेदनों में उपयोगी एमपी किसान एप है।
मध्यप्रदेश शासन प्रक्रिया Google Play store से MP Kisan app ‘ डाउनलोड करें और लॉगिन करें, फसल स्व – घोषणा, दावा आपत्ति ऑप्शन पर क्लिक कर अपने खाते को जोड़ें प्लस ऑप्शन पर क्लिक कर जिला तहसील, ग्राम, खसरा आदि का चयन करें और खसरे पर क्लिक करने पर सैटेलाइट के माध्यम से संभावित फसल की जानकारी मिलेगी। सहमत होने पर एक क्लिक करते ही खेत पर खड़े होकर यही जानकारी दर्ज हो जाएगी . सैटेलाइट की जानकारी न होने अथवा सैटेलाइट की जानकारी से असहमत होने पर फसल की जानकारी खेत में खड़े होकर लाइव फोटो के साथ दर्ज करें।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 जुलाई
नरसिंहपुर। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत जिले में खरीफ वर्ष- 2022 में किसानों का प्रीमियम नामे कर बीमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2022 है। अधिसूचित फसलों का बीमा कराकर किसान इस योजना का लाभ ले सकते हैं। यह जानकारी उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास नरसिंहपुर ने दी है।
उप संचालक कृषि ने बताया कि भारत सरकार द्वारा खरीफ वर्ष- 2022 में सभी किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को ऐच्छिक किया गया है। योजना के नियमानुसार अल्पकालिक फसल ऋण लेने वाले ऋणि कृषक यदि अपनी फसलों का बीमा नहीं करवाना चाहते हैं, तो वे 24 जुलाई तक संबंधित बैंक में आवेदन का निर्धारित फार्म भरकर योजना से बाहर जा सकते हैं।
अऋणी कृषक अपनी अधिसूचित फसलों का बीमा बैंक/ लोक सेवा केन्द्र/ निर्धारित बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि के माध्यम से स्वैच्छिक रूप से करवा सकते हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का उद्देश्य प्राकृतिक आपदा से फसल क्षति होने पर बीमित किसानों को क्षतिपूर्ति कर वित्तीय मदद देना है। अधिसूचित क्षेत्रों में अधिसूचित फसलें उगाने वाले बटाईदारों और काश्तकारों सहित सभी किसान अपनी फसलों का बीमा आच्छादन प्राप्त करने के लिए पात्र हैं।
अऋणी कृषक के लिए अधिसूचित फसलों का बीमा कराने के लिए फसल बीमा प्रस्ताव फार्म, आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड, पेन कार्ड, आधार कार्ड, समग्र आईडी, ड्रायविंग लायसेंस जैसे पहचान पत्र, भू- अधिकार पुस्तिका, बुआई प्रमाण पत्र, पटवारी या ग्राम पंचायत सचिव द्वारा जारी दस्तावेज प्रस्तुत कर बैंक/ लोक सेवा केन्द्र एवं कार्यरत बीमा कम्पनी के अधिकृत एजेंट से फसल बीमा करा सकते हैं।
खरीफ फसलों में अनाज, दलहन- तिलहन फसलों के लिए बीमित राशि का मात्र अधिकतम दो प्रतिशत प्रीमियम किसानों को देना होगा। शेष प्रीमियम केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। यह प्रीमियम प्रति हेक्टर धान सिंचित के लिए 670 रूपये, सोयाबीन के लिए 540 रूपये, मक्का के लिए 550 रूपये, अरहर के लिए 660 रूपये और मूंग व उड़द के लिए 360 रूपये निर्धारित है।

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