जय राम वीर ,हनुमत प्रवीर । रण रंग धीर ,सब हरो पीर।(मधुभार छंद )
जय राम वीर (मधुभार छंद ) जय राम वीर ,हनुमत प्रवीर। रण रंग धीर ,सब हरो पीर। जय रूद्र अंश ,जय पवन वंश। जय शत्रु दंश ,रघुवर प्रसंश। जय राम दूत ,अक्षय प्रसूत। जय रौद्र रूप ,हनुमत अनूप। जय सीय त्राण ,जय राम वाण। जय राम......